प्रदेशवार्ता. निजी स्कूलों को अब नियम कायदे हवा में उडाना महंगा पड सकता हैं. जबलपुर के जागरूक अभिभावक कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंचे तो स्कूलों की मनमानी की पोल खुल गई. ऐसे चार स्कूलों पर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने कार्यवाही करते हुए फीस वापस लौटाने का आदेश शुक्रवार रात को जारी कर दिया. जबलपुर के ये चार बडे स्कूल पिछले छह साल से मनमर्जी से फीस वसूल रहे थे. ऐसे करीब 63 हजार विद्यार्थियों से ये स्कूल पिछले छह साल में 38 करोड रुपए वसूल चुके थे. अब ये पैसा फिर से पालकों को मिलेगा. नियमों का पालन नहीं करने पर इन स्कूलों पर दो.दो लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. ये कार्यवाही उन पालकों के लिए भी सबक है जो निजी स्कूलों की मनमानी को सहते रहते है और कुछ नहीं बोलते. कम से कम जबलपुर के अभिभावकों से वे सीख सकते हैं. कलेक्टर ने अपने आदेश में स्कूलों को फीस लौटाने के लिए 30 दिन का समय दिया हैं. तीस दिन बाद इन स्कूलों की मान्यता समाप्त कर दी जाएगी. ये पैसा स्कूल वाले एचडीएफसी बैंक में जमा कराएंगे तथा इसकी पावती जिला शिक्षा विभाग में देनी होगी.
