प्रदेशवार्ता. . देवास शहर में जलसंकट गहरा गया हैं. नलों में पानी नहीं आने से लोग परेशान हो गए हैं. शिप्रा जल आवर्धन योजना आने के बाद ये पहली बार है कि शहर में जलसंकट गहरा गया हैं. घरो घर नल तो लगे हैं लेकिन उनमें पानी नहीं आ रहा. इस बार जलसंकट में जो दृश्य बन रहे हैं, वे पुराने दौर की याद ताजा कर रहे हैं, जब लोग एक.एक ड्रम पानी के लिए भटकते रहते थे. वार्ड. वार्ड पानी के लिए लोग अब जुगाड बैठा रहे हैं. नगर निगम अब तक अस्थायी हल भी नहीं निकाल सका. मंगलवार को पानी नहीं मिलने से नाराज महिलाएं कांग्रेसी पार्षद के साथ नगर निगम पहुंची और विरोध प्रदर्शन किया. महिलाओं ने नगर निगम के गेट पर धरना दिया. विरोधस्वरूप महिलाएं खाली बर्तन लेकर पहुंची थी. पानी के लिए आवास नगर की महिलाएं भी सडक पर उतरी थी. महिलाओं ने सडक पर जाम लगा दिया था. गहराते जलसंकट के बीच मंगलवार को विधायक गायत्रीराजे पवार नगर निगम पहुंची और अधिकारियों के साथ चर्चा की. विधायक ने सात दिन में फिर से नलों से पानी मिलने की बात कही हैं. जब तक वार्डों में पानी के टैंकर भेजे जाएंगे.
जलसंकट पर विधायक गायत्री राजे पवार ने कहा कि कम से कम सात दिन में सुचारू रूप से नलों में पानी आना शुरू हो जाएगा। तब तक वार्डों में टैंकरों के माध्यम से जल वितरण किया जाएगा. साथ ही कहा कि संकट आया है, लेकिन पक्ष हो या विपक्ष के साथी, वे लोगों को डराने का काम नहीं करें। परिवार पर आए संकट की तरह इसे भी सुलझाने का काम करें। वार्डों में जल वितरण के लिए फ्लो चार्ट बनाया जा रहा है। यह जल्द ही आमजन तक पहुंचेगा। साथ ही हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए जा रहे हैं.
