प्रदेशवार्ता. बाघ के हमले की दूसरी घटना हुई. दो सप्ताह पहले खेत में सो रहे किसान को बाघ ने झोपडी से खींच लिया था. किसान की मौत का मामला ठंडा पडता इसके पहले बाघ ने तेंदुपत्ता तोडने गए युवक को पीछे से दबोच लिया. युवक का लोअर पार्ट का हिस्सा बाघ ने खा लिया. युवक मदद को भी चिल्लाया था लेकिन बाघ के हमले में बच नहीं पाया.
बालाघाट जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कछार गांव निवासी अनिल पिता आनंदन सिंह भलावी निवासी कछारगांव उम्र 35 वर्ष जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गया था। शुक्रवार की सुबह लगभग 10 बजे तेंदुपत्ता तोडने का कार्य कर रहा था. तभी दबे पांव आकर बाघ ने उस पर पीछे से हमला कर दिया। बाघ ने युवक का शिकार करने के बाद उसके लोअर पार्ट के पीछे का कुछ हिस्सा खा लिया था। युवक के चिल्लाने की आवाज सुनकर तेंदूपत्ता तोड़ने गए साथी मदद के लिए पहुंचे उससे पहले ही उसकी मौत हो गयी थी। लोगों को आते देख बाघ युवक का शव छोड़कर जंगल में भाग गया। इसके पहले 3 मई को वनपरिक्षेत्र कटंगी के कुडवा गांव के किसान प्रकाश पाने उम्र 50 साल का खेत में बाघ ने शिकार कर लिया था. उस वक्त किसान खेत में बनी झोपडी में सो रहा था.
