प्रदेशवार्ता. एक मंदबुद्धि युवती जो अपनी बात भी नहीं कह सकती. उसे बहला फुसलाकर आरोपी अपने घर ले गया और दुष्कर्म किया. गुनाहगार की मां को पता था मंदबुद्धि युवती घर में है। तब भी उसने अपने वहशी बेटे के चंगुल से युवती को नहीं बचाया.
देवास शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक 26 वर्षीय मंदबुद्धि युवती के साथ ज़्यादती का मामला सामने आया है. 31 मार्च को रात करीबन 8.45 बजे 26 वर्षीय मंदबुद्धि युवती सारा (परिवर्तित नाम) घर पर बच्चों के साथ खेल रही थी। अचानक सारा घर से गायब हो गई घर वालो ने युवती को सभी जगह ढूंढा लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला। देवास कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज की गई।
घर से गायब होने के तकरीबन दो दिन बाद सारा वापस घर आ गई। घर वाले मंदबुद्धि युवती को लेकर थाने पहुंचे। चूंकि युवती मंदबुद्धि थी इसलिए आम भाषा में उसके लिए ये बता पाना काफी मुश्किल था कि उसके साथ हुआ क्या है।
चाकलेट देने के बहाने बुलाया, फिर अगवा कर घर ले गया…
इसके लिए देवास कोतवाली पुलिस द्वारा (दिव्यांग) बालक छात्रावास देवास से ट्रांसलेटर (विशेष शिक्षिका) राजेश्वरी डागर की मदद ली गई। मंदबुद्दी बच्ची से पूछताछ के बाद जो बात सामने निकल कर आई उससे हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। बच्ची के मुताबिक घर से थोड़ी दूर पर ही देवास शहर के व्यस्ततम चौराहे पर आइसक्रीम की दुकान के सामने एक लड़का चॉकलेट देने के बहाने अपने घर शंकरनगर ले गया। जहां उसने सोते घर वालो के बीच में से बच्ची को घर के ऊपर वाले कमरे में ले गया और गलत काम किया।
आरोपी की मां के साथ बाइक पर बैठाकर पार्क लाया..
मंदबुद्धि युवती के अनुसार तकरीबन दो दिन बाद आरोपी ने मां के कहने पर युवती को घर से बाहर किया. बाइक पर युवती को साथ बैठाकर आरोपी की मां भी साथ में चली. दोनों ने उसे पार्क में छोड़ा और फरार हो गए.
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी रितेश मनोहरलाल लाल चौकसे को 48 घंटे के भीतर पकड़ लिया। आरोपी को देवास अदालत में पेश किया गया। अदालत से उसे जेल भेज दिया गया है। इस घटना का सबसे भयानक पहलू ये है कि मंदबुद्धि युवती के साथ होने वाले अपराध की जानकारी आरोपी की मां को भी थी। लेकिन पुलिस ने अभी तक इस प्रकरण में मां को सह आरोपी नहीं बनाया है।
