प्रदेशवार्ता. नई नवेली दुल्हन घर आई. शादी का लंबे समय से इंतजार कर रहे दूल्हे का घर खुशियों से भर गया. अभी कुछ दिन बीते ही थे कि दूल्हे और उसके परिजन के होश फक्ता हो गए. दुल्हन घर का कीमती सामान समेटकर फरार हो चुकी थी. दुल्हन ने ऐसा किसी एक के साथ नहीं किया बल्कि 25 लोगों के साथ किया. आखिरकार पुलिस ने ठग दुल्हन को पकड ही लिया
ठग दुल्हन का नाम अनुराधा पासवान है. 23 साल की अनुराधा का काम था शादी करो फिर घर का कीमती सामान और नकदी लेकर रात के किसी समय फरार हो जाओ. ऐसा किसी एक के साथ नहीं किया पुलिस ने फेहरिस्त बनाई तो दुल्हन बन अनुराधा ने पिछले सात महीने में 25 अलग.अलग शादी की. अनुराधा को राजस्थान पुलिस ने भोपाल से आखिरकार गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार महिला शादी करती और फिर लूटकर भाग जाती. शादी के लिए लडकी खोज रहे परिवार को झांसे में लेने के लिए पूरा एक गिरोह काम कर रहा था, महिला भी इसी गिरोह का हिस्सा थी. अनुराधा कानूनी तरीके से शादी करके घर में इंट्री कर लेती थी, फिर कुछ दिन रूकती, एक रात मौका पाकर अंधेरे में सोना, पैसा और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान लेकर गायब हो जाती थी. सवाई माधोपुर के विष्णु शर्मा को भी अनुराधा ने दुल्हन बनकर ठगा. 20 अप्रैल को विष्णु शर्मा से कोर्ट में शादी की. 2 मई को कीमती सामान लेकर भाग गई. विष्णु ने पुलिस को बताया कि सुनीता और पप्पू मीणा नाम के दो एजेंटों ने दो लाख रुपए लिए थे. वादा किया था कि उसके लिए एक अच्छी दुल्हन ढूंढेंगे. फिर इन एजेंटों ने अनुराधा की शादी विष्णु से करा दी.
गिरोह में रोशनी, रघुबीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव और अर्जुन जैसे लोग शामिल हैं। ये सभी भोपाल के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। गिरोह स्थानीय एजेंटों के माध्यम से काम करता था. पहले वाट्सअप पर दुल्हन की तस्वीर दिखाते. अपनी सेवाओं के लिए दो से पांच लाख रुपए मांगते थे. इधर दुल्हन शादी के एक सप्ताह के भीतर भाग जाती. अनुराधा का जीवन अच्छा चल रहा था, वो यूपी के एक अस्पताल में काम करती थी. पति से विवाद हुआ, विवाद ने बडे झगडे का रूप ले लिया, इसके बाद अनुराधा पति से अलग होकर भोपाल चली आई. यहां शादी के नाम पर धोखाधडी करने वाले गिरोह के साथ जुड गई.
