प्रदेशवार्ता. महिला बाल विकास विभाग के दिए कामों के अलावा भी अन्य काम अब आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व सहायिकाओं से कराए जा रहे हैं. इसके लिए अन्य विभाग भारी दबाव बनाते हैं. परिणाम भुगतने की धमकी भी देते हैं. अब नगर निगम अपना काम भी आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं से कराना चाहता हैं. मैदानी कर्मचारियों की पूरी फौज होने के बाद भी नगर निगम देवास खुद सवालों में घिरा हैं. नगर निगम इन दिनों वार्डवार केवाईसी करा रहा हैं. ये काम बडा हैं. नगर निगम के पास अपना मैदानी अमला भी मौजूद हैं पर उसके कर्मचारी ये काम नहीं करना चाहते. अधिकारी भी दबाव नहीं बना रहे. आखिरकार नगर निगम के अफसरों ने काम महिला बाल विकास विभाग के जिम्मे कर दिया. आदेश निकाला कि ये काम आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता करेंगी. अब इसका विरोध हो गया हैं. आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका एवं मिनी कार्यकर्त्ता सहायिका संघ ने शुक्रवार को महिला बाल विकास विभाग की जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर विरोध किया. संगठन की जिला अध्यक्ष उमा तिवारी ने दिए ज्ञापन में मांग रखी कि हम काम से मना नहीं करते पर आंगनवाड़ी केंद्र पर नगर निगम का कर्मचारी भी साथ मौजूद रहे. बताया कि निगम कर्मचारी सहयोग नहीं करते काम देकर जिम्मेदारी से मुक्त हो जाते हैं. संचनालय का आदेश भी बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता आईसीडीएस के अलावा दूसरा काम नहीं करेंगी. वहीं अगर मूल काम प्रभावित हुआ तो जिम्मेदारी आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व सहायिका की बनती हैं.
