प्रदेशवार्ता. सीएम डॉ मोहन यादव ने बुधवार को मंत्रालय में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा कर जरूरी दिशा निर्देश दिए। बैठक में मिशन वात्सल्य, पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, सक्षम आंगनवाड़ी केन्द्रों के उन्नयन, पोषण भी पढ़ाई भी, लाड़ली लक्ष्मी योजना और लाडली बहना योजना की समीक्षा हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ियों में पूरक पोषण आहार उपलब्ध कराने की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक माह में कार्य योजना प्रस्तुत की जाए। प्रोटीन युक्त भोजन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए चना और अन्य प्रोटीन स्रोत अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। दुग्ध संघों से आंगनवाड़ी के बच्चों को दूध भी आवश्यक रूप से उपलब्ध कराया जाए। गर्भवती और धात्री महिलाओं को भी सम्पूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएं। बैठक में मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि समय-सीमा निर्धारित कर यह सुनिश्चित किया जाए की सभी जिलों में आंगनबाड़ियां शासकीय भवनों में संचालित हों।
इसके लिए स्कूल शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास और जनजातीय कार्य विभाग सहित अन्य विभागों के उपलब्ध भवनों का भी उपयोग किया जाए। जिला स्तर पर पंचायत राज संस्थाओं, नगरीय निकायों के सहयोग और सांसद-विधायक निधि, डीएमएफ व अन्य संसाधनों से प्राथमिकता के आधार पर आंगनबाड़ियों के लिए भवनों का निर्माण कराया जाए। भवनों में जहां पर्याप्त स्थान और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हों, वहीं आंगनबाड़ियों का संचालन हो।
