प्रदेशवार्ता. रेलवे में नौकरी दिलाने का भरोसा करना देवास के एक व्यक्ति को भारी पड गया. बिहार के शातिरों ने चालीस लाख रुपए ठग लिए. लालच में आए परिवार ने बिना सोचे समझे घर के पांच सदस्यों की नौकरी की बात ठगों से पक्की कर ली. एक सदस्य की नौकरी आठ लाख रुपए में तय हुई. आफ लाइन और आनलाइन मिलाकर 40 लाख रुपए ठग लेकर ऐसे फरार हुए कि अभी तक उनका कोई पता नहीं हैं. शिकायत पर देवास पुलिस ने केस दर्ज किया हैं.
ठगी का शिकार परिवार देवास जिले के ग्राम नायता बापच्चा में रहता हैं. इस परिवार के एक सदस्य की मुलाकात पटना के रहने वाले व्यक्ति से किसी कार्यक्रम में इंदौर में हुई. पटना के व्यक्ति ने प्रभाव जमाकर रेलवे में अपने रासूख का बखान इस तरह से किया कि व्यक्ति प्रभावित हो गया. पटना के व्यक्ति ने बताया कि कैसे उसका संबंध रेलवे अधिकारियों और बडे नेताओं से हैं. इसके बाद शुरू हुआ ठगी का कार्यक्रम. 2020 से 2022 तक पटना के व्यक्ति ने देवास के व्यक्ति के घर के पांच सदस्यों को नौकरी दिलाने के लिए टूकडो. टूकडों में 40 लाख रुपए वसूले. इनमें 14 लाख रुपए नकद और 26 लाख आनलाइन भुगतान कराया. जब वादे के मुताबिक नौकरी नहीं मिली और न पैसा मिला तो ठगाया व्यक्ति पुलिस के पास पहुंचा. कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार रात को तीन आरोपियों अमित चौधरी, पवनराज शाह, विकास कुमार सभी पटना के रहने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया हैं.
