प्रदेश वार्ता. डर की राजनीति… ये महज शब्द भर नहीं है. ये शब्द मप्र की सियासत में इन दिनों जिंदा हो गया हैं. मप्र की जमीन पर धुर्वीकरण का खेल चल रहा हैं. कोई इसी मप्र की जमीन से बहुसंख्यकों को वजूद बचाने के लिए अधिक बच्चे पैदा करने की सलाह दे रहा हैं तो कोई बंटने पर कटने की हिदायत देकर डरा रहा है. इन सब के बीच सरकारी जनसंख्या का आंकडा है, जो अगर आम जनमानस देखे तो समझ आएगा कि महज अपने स्वार्थ के लिए डराया और गलत जानकारी प्रचारित की जा रही हैं. जिसका वास्तविकता से कोई सरोकार नहीं हैं. अब बात करते हैं मप्र में हिंदू मुस्लिम आबादी की, तो जनगणना 2011 के आंकडे कहते है कि मप्र की कुल आबादी 7 करोड 6 लाख हैं. इस 7.6 करोड की आबादी में से हिंदू आबादी हैं 6 करोड 6 लाख. वहीं मप्र में मुस्लिम आबादी महज 47 लाख है. याने मप्र में कुल 90.9 प्रतिशत आबादी हिंदू समुदाय की हैं. सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला शहर भोपाल हैं. इसके बाद इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और बुरहानपुर में मुस्लिम आबादी निवास करती हैं. वहीं जैन समाज की सबसे ज्यादा आबादी इंदौर में निवास करती हैं. सिख धर्म की ज्यादा आबादी इंदौर के साथ ग्वालियर में हैं.
