प्रदेशवार्ता. गुजरात के दो बार सीएम रहे विजय रूपाणी का 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान हादसे में मौत हो गई थी. हादसे के चार दिन बाद 16 जून को रूपाणी का अंतिम संस्कार राजकोट में गार्ड आफ आनर के साथ किया गया था. अंतिम संस्कार में दिग्गज भाजपा नेता पहुंचे थे. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और अन्य केंद्रीय मंत्री भी शामिल थे. राजकोट व उसके आसपास के क्षेत्रों से भी बडी संख्या में लोग अपने नेता को अंतिम विदाई देने आए थे. करीब पांच किलोमीटर से अधिक लंबी अंतिम यात्रा निकली थी. अंतिम यात्रा का खर्चा करीब 20 से 25 लाख रुपए आया था. अंतिम यात्रा के दौरान फूल, टैंट और अन्य व्यवस्था में ये खर्चा आया था. बाद में ये पैसा देने की बारी आई तो व्यापारियों को रूपाणी परिवार के घर भेज दिया गया. परिवार को पहले से सूचना भी नहीं की गई कि उन्हें ही ये खर्च उठाना है जिसके चलते परिवार भी हैरत से भर गया. इस मामले पर परिवारजन का कहना है कि उन्होंने बकाया का भुगतान कर दिया है लेकिन भाजपा का ये रवैया बेहद तकलीफदेह और बेदर्दी भरा हैं. पार्टी ने पहले से कोई सूचना भी नहीं दी. विजय रूपाणी 2016 में आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद सीएम बने थे. इसके बाद 2017 का विधानसभा चुनाव जीतकर दोबार सीएम बने. फिर अचानक 2021 को उनके इस्तीफे ने सभी को चौका दिया था.
