प्रदेशवार्ता. रोजगार सहायक को अपना तबादला करवाना था. इस तबादले में जनपद सीईओ पैसे के लिए अड गए. कह दिया कि तबादला चाहिए तो पैसा दे दो. परेशान रोजगार सहायक ने शिकायत सीधे लोकायुक्त उज्जैन में कर दी. शिकायत जांच में सही मिली तो आखिरकार लोकायुक्त ने जाल बिछाकर जनपद सीईओ को रंगेहाथ पकड लिया. लोकायुक्त की इस बडी कार्रवाई से जनपद कार्यालय में हडकंप मच गया.
रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह ग्राम पंचायत नावदा अपना स्थानांतरण कराना चाहते थे. जब देखा कि जनपद सीईओ राजेश सोनी बिना पैसे लिए ट्रांसफर करने को तैयार नहीं है तो 29 सितंबर को इस बात की शिकायत उज्जैन लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करा दी. पुलिस अधीक्षक आनंद यादव को विस्तार से पूरा मामला बताया. इस शिकायत का सत्यापन लोकायुक्त निरीक्षक दीपक सेजवार के माध्यम से कराई गई तो शिकायत सही निकली. इसके बाद लोकायुक्त ने अफसर को रंगेहाथ पकडने की योजना बनाई. तय योजना के अनुसार आखिरकार 10 अक्टूबर को जनपद सीईओ राजेश सोनी अपने ही कार्यालय में रिश्वत लेते धरा गए. सोनी ने हाथ में जैसे ही रिश्वत के बीस हजार रुपए लिए टीम ने पकड लिया. इस कार्रवाई की सूचना से जनपद कार्यालय टोंकखुर्द में हडकंप मच गया.
