प्रदेशवार्ता. देवास जिले के बागली मुख्यालय पर सरकारी स्कूलों की अघोषित छुट्टी हो गई. अन्य विभागों से भी अधिकारी. कर्मचारी गायब थे. ये सब सत्ताधारी दल के नेता के जन्मदिन में उपस्थित दर्ज कराने की होड के चलते हुआ. नेताजी भी पूरे जोश में थे. जन्मदिन पर तलवार लहराकर खुशी जाहिर की. ऐसे ही एक मामले में देवास शहर के अंदर कांग्रेस नेता पर केस दर्ज हो चुका हैं. बागली मुख्यालय पर प्रशासनिक सिस्टम नेता की जिहुजूरी करता देखा जा रहा है। खासकर शिक्षा विभाग, जहां पर एक नेता के जन्मदिन में बड़ी संख्या में शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक शिक्षिकाएं अपनी ड्यूटी छोड़ नेता को बधाई देने पहुंचे।
दरअसल बागली मुख्यालय पर गुरुवार के दिन एक भाजपा नेता का जन्मदिन था। जहां पर बागली अनुविभाग अंतर्गत शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाएं सहित अन्य विभाग के कर्मचारी अपनी ड्यूटी छोड़ नेता के समक्ष अपने नंबर बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे थे. नेताजी के मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए होड़ मच गई, बड़ी संख्या में कर्मचारी अपनी संस्थाओं को छोड़ नेता के समक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज कराने आए थे.
जबकि कि शिक्षा विभाग के नियम अनुसार 10 बजे से 4:30 बजे तक विद्यालय पर ही रहना है,ओर बच्चों को पढ़ाना है। लेकिन पढ़ाई से ज्यादा जरूरी नेता जी है। प्रशासनिक नियम कायदों को ताख पर रखकर नेता के समक्ष प्रशासनिक कर्मचारी नतमस्तक होते हुए दिखाई दे रहे हैं। अब देखना यह है कि जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी इस और कुछ उचित कार्रवाई करते हैं या फिर वह भी नेताओं के दबाव में आंख मूंद लेते हैं. नेता के सामने अपने नंबर बढ़ाने की होड़ में शिक्षा विभाग सबसे आगे नजर आया. बच्चों की पढ़ाई छोड़ सब नेताजी के दरबार में हाजिरी देने पहुंच गए। जिला कलेक्टर के आदेश अनुसार जिले में धारा 163 (1) 2 के अंतर्गत किसी भी सार्वजनिक स्थल व कार्यक्रम में तलवार,डंडे आदि ले जाना व लहराना प्रतिबंधित है। लेकिन नेता ने पद का दुरूपयोग करते हुए खुले मंच से तलवार लहराई. लगता है कि सत्ता का नशा सर चढ़कर बोल रहा है और यह नियम सिर्फ आम जनता के लिए है नेताओं के लिए नहीं। खास बात यह है कि जहां पर यह सब कुछ हो रहा था वही अनुविभागीय अधिकारी का निवास स्थल भी है। इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी शिवम यादव से चर्चा करने के लिए काल किया था लेकिन यादव ने फोन रिसीव नहीं किया।
