प्रदेशवार्ता. देवास.इंदौर मार्ग पर रिकार्ड 36 घंटे जाम लगा तो ये राष्ट्रीय सुर्खियों में जगह बना गया. हल्ला मचा तो जिम्मेदार जागे. अफसर दौडे. दौडे मौका मुआयना करने पहुंचे. नेताओं की भी नींद खुली. मामला कोर्ट भी पहुंच गया हैं. एक जनहित याचिका इंदौर हाईकोर्ट में दायर हुई. सोमवार को इस मामले की युगलपीठ ने सुनवाई की. ये जनहित याचिका आनंद अधिकारी ने वरिष्ठ अधिवक्ता गिरीष पटवर्धन के माध्यम से दायर की. सोमवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कई सवाल पूछे. पूल का काम कब पूरा होगा..? देरी क्यों लग रही..? जाम की वजह से लोग परेशान है. इस पर एनएचएआई की वकील ने सीधे कह दिया कि लोग इतनी जल्दी सडक पर निकलते ही क्यों हैं. अगर बिना काम के लोग निकलेंगे तो जाम तो लगेगा. मामले की अगली सुनवाई अब सात जुलाई को होगी. एनएचएआई ने काम में देरी के सवाल पर बताया कि 7 से 28 जून तक क्रेशर वाले हडताल पर चले गए थे. उनकी हडताल के चलते काम प्रभावित हो गया, इसमें देरी हो गई. अब हाईकोर्ट ने संबंधित पक्षकारों को नोटिस देकर सात दिन में जवाब मांगा हैं.
