– गर्मी बढते ही पानी की तलाश में सघन वन क्षेत्रों से बाहर निकल रहे वन्यजीव, वन विभाग ने कर रखे पानी के इंतजाम
प्रदेशवार्ता . गर्मी का असर अब वन्य जीवों पर भी होने लगा हैं. गर्मी से बचने के लिए वन्यजीव दोपहर को अपने लिए छाव व पानी वाली जगह को तलाश कर रहे हैं. गर्मी बढते ही जंगल में पानी का संकट खडा हो जाता हैं. पानी की तलाश में वन्यजीव गहरे जंगल से बाहर निकल आते हैं. ऐसे ही गर्मी में बाघ युवराज पानी में मस्ती कर अपनी गर्मी भगा रहा था. ये नजारा पर्यटकों को भी रोमांचित कर गया. ग्रीष्म कालीन सीजन के आरंभ में खिवनी अभयारण्य कन्नौद अंतर्गत विगत दिवस बाघ ‘युवराज‘ पानी की तलाश में बीट खिवनी पश्चिम के कक्ष क्रमांक 204-ए में बने तालाब में बैठकर पेड की छाया में पानी का आनंद लेते दिखाई दिया। पर्यटक बाघ को पानी में मस्ती करते देख उत्साहित दिखे और अपने मोबाइल कैमरे में इस दृश्य को कैद किया। पर्यटकों को साथ ही मोर को नाचते/पंखों को फैलाते एवं हिरणों को चिलचिलाती घूप में पेंडों की छाया में आराम करते दर्शन हुए। सुरक्षा संबंध में अधीक्षक खिवनी अभयारण्य कन्नौद विकास माहोरे से बात हुई तो उनके द्वारा बताया गया है, कि ग्रीष्म काल में खिवनी अभयारण्य का जल स्तर कम हो जाता है जिसके कारण वन्यजीव सघन वनक्षेत्र से बाहर निकलकर पानी की तलाश करते है जिसके लिए खिवनी अभयारण्य में वनक्षेत्र की सीमा अंतर्गत पानी की व्यवस्था हेतु तालाब, सॉसर, चेकडेम इत्यादि का निर्माण कराया है, ताकि वन्यजीवों को पानी की प्रतिपूर्ति की जा सके। वर्तमान में खिवनी अभयारण्य में 10 बाघ है जो उक्त क्षेत्र में पर्यटन को बढावा दे रहे है.
