प्रदेशवार्ता. देवास जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए एक नवाचार “देव संवर्धन अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इसके अंतर्गत ऐसे ग्राम जहां कुपोषण ज्यादा है. उन ग्रामों को चिन्हित करते हुए, वहां पर समस्त विभागों द्वारा समन्वय कर ग्राम का विकास किया जाए. कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति एवं महिला बाल विकास विभाग की विभागीय योजना की समीक्षा बैठक में इस नवाचार को विस्तार से रखा. बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रेलम बघेल, सहायक संचालक संजय भारद्वाज, सहायक संचालक लवनीत कोरी, समस्त परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले को कुपोषण मुक्त बनाना है। इसके लिए सभी जूट जाएं। उन्होंने कहा कि देवास जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए एक नवाचार “देव संवर्धन अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इसके अंतर्गत ऐसे ग्राम जहां कुपोषण ज्यादा हे उन ग्रामों को चिन्हित करते हुए, वहां पर समस्त विभागों द्वारा समन्वय कर ग्राम का विकास किया जाएगा। कलेक्टर श्री सिंह ने विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं के सफल क्रियान्वय एवं पात्र नागरिकों को विभागीय योजनाओं का लाभ देने के निर्देश परियोजना अधिकारियों एवं सेक्टर पर्यवेक्षक को दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जिनके द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन नियमित एवं व्यवस्थित रूप से नहीं किया जा रहा है तथा पोषण ट्रेकर एप में एन्ट्री नहीं की जा रही है उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने महिला बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास के सहयोग से प्रत्येक ग्राम में आंगनवाड़ी केंद्र पर पोषण वाटिका बनाई जाएगी एवं जिले में अप्रैल माह के लक्षित गंभीर एवं अति गंभीर कुपोषित बच्चों की साप्ताहिक ट्रैकिंग/ पोषण निगरानी/ ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर संपूर्ण टीकाकरण/ स्वास्थ्य जांच / आर.बी.एस. के टीम के सहयोग से उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी, चलो निभाए अपनी जिम्मेदारी एवं पोषण भी पढ़ाई भी को भी एकीकृत कर आगामी 6 माह में कुपोषण खत्म करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत प्रत्येक बच्चे की ट्रैकिंग की जाएगी एवं नियमित समीक्षा होगी।
