प्रदेशवार्ता. भारत सरकार के निर्देशानुसार ’’पोषण भी पढाई भी’’ अंतर्गत 0 से 3 वर्ष के बच्चों में प्रारंभिक बाल्यावस्था उद्दीपन एवं 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा के सुदृढीकरण के लिए ‘’पोषण भी पढ़ाई भी’’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास देवास ने बताया कि
पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम सक्षम आंगनवाडी एवं मिशन पोषण 2 के तहत एक कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत क्षमता संवर्धन के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में ईसीसीई पाठ्यक्रम और शैक्षणिक दृष्टिकोण की बुनियादी समझ विकसित करने के साथ आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को विकास के आयामों (शारीरिक और मोटर, संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक नैतिक, सांस्कृतिकध्कलात्मक और बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता) के मूल्यांकन में क्षमता वृद्धि कर सक्षम बनाना है। भारत सरकार द्वारा 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए ईसीसीई हेतु नेशनल करीकुलम 2024 (आधारशिला) एवं 0 से 3 वर्ष के बच्चों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था उद्दीपन के लिये नेशनल फेमवर्क (नवचेतना) तैयार किये गये हैं। पोषण भी पढ़ाई भी अंतर्गत आधारशिला एवं नवचेतना को आंगनवाड़ी केंद्र में क्रियान्वित करने के संबंध में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।
आधारशिला अनुसार 3 से 6 वर्ष के बच्चों की शाला पूर्व शिक्षा के लिये भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया करीकुलम है। इसमें शाला पूर्व शिक्षा की गतिविधियों को साप्ताहिक कैलेण्डर में समाहित किया गया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा साप्ताहिक कैलेण्डर के अनुसार बच्चों के साथ गतिविधियां की जाएंगी। नवचेतना 0 से 3 वर्ष के बच्चों के प्रारंभिक बाल्यावस्था उद्दीपन की गतिविधियों का संग्रह है। इसमें प्रारंभिक बाल्यावस्था उद्दीपन की 141 गतिविधियां सम्मिलित हैं। यह गतिविधियां गर्भधारण से बच्चे ने 30 माह की आयु तक के लिए है।
पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम अंतर्गत आधारशिला एवं नवचेतना के संबंध में प्रदेश के समस्त आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण 02 चरणों में आयोजित किया जाना है। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के प्रथम चरण में 03 दिवसीय एवं द्वितीय चरण में 02 दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।
