प्रदेशवार्ता. दो जवान बेटों के होते हुए भी मां के हिस्से भूख, प्यास आई. इसी भूख, प्यास की शिद्दत में मां दुनिया से चल बसी. मामला सामने आने के बाद एक बेटे पर पुलिस ने केस दर्ज किया हैं. भोपाल में एक बुजुर्ग महिला ललिता दुबे अपने छोटे बेटे अरुण दुबे के साथ रहती थी. बुजुर्ग महिला के पति स्व. श्यामलाल दुबे भोपाल पुलिस महकमे में कभी हवलदार रहे थे. जिनके तीन बेटे थे. बडा बेटा इंदौर में रहता है तथा पुलिस सब इंस्पेक्टर हैं. वहीं मंझले बेटे की पूर्व में मौत हो गई थी. बुजुर्ग 80 साल की महिला अपने सबसे छोटे बेटे के साथ भोपाल में ही रहती थी. पति की पेंशन भी महिला को मिलती थी, जिसका पैसा भी वो छोटे बेटे पर खर्च करती थी. लेकिन इतना कुछ करने के बाद भी छोटा बेटा एक अरुण एक दिन अपनी पत्नी तथा बेटे को लेकर उज्जैन चला गया. दो दिन तक घर में बंद बुजुर्ग महिला का आखिरकार निधन हो गया. ये घटना 19 अक्टूबर को निशातपुरा थाना क्षेत्र की गोया कालोनी में हुई थी, घटना तब खुली जब घर से बदबू आने लगी. पडोसियों की सूचना पर पुलिस पहुंची और मामला जांच में लिया. अब दो माह बाद पुलिस ने अरुण पर गैर इरादतन हत्या का मामल दर्ज किया हैं. पुलिस ने जांच में पाया की अरुण दुबे की लापरवाही से ही ललिता देवी की मौत हुई. इस आधार पर छोटे बेटे पर गैर इरादतन हत्या और भरण पोषण कानून की धाराओं में केस दर्ज किया गया. हालाकि पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण ह्दयगति रूकना बताई गई है. लेकिन बीमार मां को जब देखभाल की जरूरत थी तब बेटा अकेले छोडकर चला गया.
