प्रदेशवार्ता. एकल परिवार अब एक सच्चाई हैं. इस एकल परिवार में होते हैं पति. पत्नी और उनके बच्चे. अकेलापन खत्म करने के लिए महिलाएं सोशल मीडिया का सहारा लेती हैं लेकिन उन्हें पता ही नहीं चलता कि वे इसकी गिरफ्त में आ गई हैं. पति का भी यही हाल है वे भी ज्यादा समय इस पर ही बीता रहे हैं. लेकिन सोशल मीडिया की ये लत अब पति. पत्नी के रिशतों में भारी दरार ला रही हैं. एक. एक कर मामले कोर्ट जा रहे हैं और तलाक हो रहे हैं. मप्र में इस साल 9 हजार तलाक सिर्फ सोशल मीडिया के विवाद के कारण हो गए है. फैमेली कोर्ट में दिए एक आवेदन में पति की शिकायत थी कि पत्नी सोशल मीडिया पर बिजी रहने के कारण बच्चें पर ध्यान नहीं दे रही, हालत बिगडे और नौबत तलाक की आ गई. एक दूसरे तलाक के मामले में पति की शिकायत थी कि पत्नी को रोज रिल्स बनाकर अपलोड करनी है, रिल्स में अच्छा और अलग दिखने के लिए रोज नए कपडे पत्नी दिलवाने का दबाव बनाने लगी, इस अतिरिक्त खरीदारी ने घर का बजट बिगाड दिया. विवाद बडा तो दोनों का तलाक हो गया. एक और मामले में पति को पसंद नहीं था कि पत्नी अपनी रील्स बनाए लेकिन पत्नी नहीं मानी, दोनों में फिर विवाद होने लगा. शहर दर शहर पति पत्नी के विवाद का कारण ये रिल्स, सोशल मीडिया बन रहा हैं. विवाद बढते बढते तलाक तक बात जा रही हैं. इस साल सोशल मीडिया के कारण 9 हजार तलाक के आंकडे बता रहे कि मामला गंभीर हैं. दरअसल दूसरे की देखादेखी इसकी शुरुआत होती हैं. एक बार रिल्स बनाने का चस्का लगा तो ये फिर आसानी से नहीं जाता. लाइक और कमेंट्स मिलने पर ये नशा और गहरा हो जाता हैं..
