क्राइम

पल्सर बाइक पर तेजी से आए, ट्रक को कवर किया और चढ गए चलते ट्रक पर चोरी करने, इस बार पुलिस पहले से तैयार थी धरे गए


प्रदेशवार्ता. देवास जिले में ट्रक कटिंग की वारदातें आम हैं. चलते ट्रक से बदमाश सामान उतारकर बाइकों से फरार हो जाते हैं. एसपी पुनीत गेहलोद ने इस पर भी खास फोकस करते हुए पुलिस को इन मामलों में चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं. पुलिस कप्तान के आदेश के बाद पुलिस ने ट्रकों की लूट को रोकने के लिए खास तैयारी की हैं. इस खास तैयारी के चलते ही कन्नौद पुलिस ने चलते ट्रक से शराब का बाक्स चुराते दो कंजरों को पकडा हैं. अन्य कुछ फरार हो गए.
पुलिस अधीक्षक देवास को ट्रक कटिंग की शिकायतें मिल रही थी. विशेष कर इंदौर से नागपुर, महाराष्ट्र, हरदा जाने वाले माल वाहकों में से अज्ञात आरोपियों द्वारा मोटरसाइकिल से चलती गाड़ी में चढ़कर ट्रक का तिरपाल काटकर अंदर से सामग्री चोरी कर लेने की शिकायतें प्राप्त हो रही है. पुलिस अधीक्षक द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सौम्या जैन, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी आदित्य तिवारी को कार्य योजना बनाकर इनके विरुद्ध कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया. पुलिस ने इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेट्रोलिंग बढाई. थाना कन्नौद पुलिस टीम द्वारा प्रतिदिन घाटों व मार्ग पर योजना बनाकर सादी वर्दी में पुलिस की ड्यूटी लगाई. क्षेत्र में मुखबीर का जाल बिछाया गया. 5 अप्रैल की रात्रि में मुखबिर से जानकारी मिली कि कुछ अज्ञात आरोपी कलवार घाट पर पल्सर गाड़ियों से ट्रक का पीछा कर चलते ट्रक में चढ़कर सामान निकाल रहे हैं. सूचना पर पुलिस टीम द्वारा दोनों तरफ से घेराबंदी की गई. पुलिस ने एक शराब ट्रक से बॉक्स चुराते आरोपियों को घेर लिया. पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे. पुलिस ने दौड़ भागकर गिरते-भागते दो आरोपी पकड़ लिए. नाम पता पूछने पर उन्होंने अपना नाम फिरोज पिता भारत कंजर उम्र 32 साल निवासी ओढ़ सोनकच्छ तथा सुधीर पिता भवानी कंजर उम्र 23 साल निवासी ओढ़ सोनकच्छ बताया. उनके शेष साथी जंगल एवं अंधेरा का लाभ उठाकर भाग गए. जिनकी तलाश की जा रही है. आरोपियों के कब्जे से धारदार हथियार चाकू तथा लूटी गई शराब की पेटियां व मोटरसाइकिल जब्त की गई. आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ मोटरसाइकिलों से वाहनों का पीछा कर उन पर चढ जाते हैं. चलते वाहनों से उन पर चढ़कर उसमें रखा सामान चोरी कर लेते हैं और इधर-उधर भेज देते हैं. दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया तथा पुलिस रिमांड प्राप्त कर उनसे अन्य अपराधियों तथा अन्य चोरियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है. चलती गाड़ियों में चोरी करने वाले आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सहायक पुलिस निरीक्षक गणेश बिश्नोई, आरक्षक प्राण सिंह, कन्हैयालाल गौरव, रोहित राजेंद्र का योगदान रहा.

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