प्रदेशवार्ता. आनलाइन गेम में लोग तबाह हो रहे हैं. एक शिक्षक भी घर. जमीन गंवा चुके. हालत ये बन गए कि बच्चों की स्कूल फीस भी भरने का पैसा नहीं हैं. उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर के कूरेभार थाना क्षेत्र में एक सरकारी शिक्षक ऑनलाइन गेमिंग की लत में बर्बाद हो गए. शिक्षक फूलचंद ने पिछले नवंबर से राजा मोबाइल गेम ऐप, रमी सर्किल, खेल प्ले रमी, रमी वॉर्स और दमन मोबाइल ऐप पर गेमिंग शुरू की। इस दौरान वे लगभग सवा करोड़ रुपये (1.75 करोड़) हार चुके हैं। केंद्र सरकार ने 19 अगस्त को राज्यसभा में ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक 2025 पारित किया है। यह अब कानून बन चुका है। देश में करीब 45 करोड़ लोग ऑनलाइन गेमिंग की चपेट में हैं। अब तक 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि इसमें लोग गंवा चुके है। कई लोगों ने इसके कारण आत्महत्या भी की है। शिक्षक फूलचंद को उनका दोस्त इस रास्ते पर लाया था. 9 माह पहले जब इसकी शुरुआत की तो पता ही नहीं चला कब ये आदत लत में बदल गई. शिक्षक को शुरुआत में ऑनलाइन गेम में 7 लाख रुपए लगाए। इसमें 18 लाख रुपए की कमाई हुई। इस कमाई ने शिक्षक का लालच बडा दिया, शिक्षक ने बताया इस कमाई के बाद उन्हें ऑनलाइन गेमिंग की लत लग गई। रात-रात भर जागकर गेम खेलता था। एक-एक हफ्ते तक सोता नहीं था। इसी बीच मैं लगातार गेम हारने लगा। धीरे-धीरे 25 लाख रुपए हार गया। इसके बाद कुछ दिन के लिए गेम खेलना छोड़ दिया। आज शिक्षक का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। फूलचंद की पत्नी उर्मिला ने बताया दो बेटियों और एक बेटे की स्कूल फीस, खाने-कपड़े की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया है। घाटे को पूरा करने के लिए फूलचंद को अपना शहर का आवासीय प्लॉट और कृषि भूमि भी बेचनी पड़ी है। दो दिन पहले भी उन्होंने 1.75 लाख रुपए दांव पर लगा दिए। शिक्षक के भाई मल्हू के अनुसार, आर्थिक नुकसान के कारण फूलचंद ने कई बार आत्महत्या का प्रयास किया। परिवार के सहयोग से वे बच गए।
