प्रदेशवार्ता. जनपद पंचायत सीईओ का ट्रांसफर हो गया. जाते. जाते मैडम आटो में भरकर सरकारी सामान भी साथ ले गई. वापस करने के लिए दो बार नोटिस भेजा लेकिन जवाब नहीं आया. अब वर्तमान सीईओ ने पुलिस को प्रकरण दर्ज करने के लिए लिखा हैं.
मप्र के रायसेन जिले की औबेदुल्लागंज जनपद पंचायत की सीईओ रही युक्ति शर्मा अपने ट्रांसफर के बाद भी विवादों में घिर गई हैं. सीईओ रहते भी उन पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. आरोप लगे थे कि बिना कमिशन लिए वे कोई काम आगे नहीं बढाती थी. मैडम के विरोध में जनपद सचिव और कर्मचारी आ गए थे. जपं सीईओ के खिलाफ सचिव और कर्मचारियों ने दो महीने 24 दिन लंबी हडताल की थी. आखिरकार सरकार ने विरोध को देखते हुए सीईओ का तबादला 27 अगस्त 24 को शिवपुरी कर दिया. यहां पर पोषण आहार संयंत्र में मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियुक्त किया गया. तबादले का आदेश मिलने पर मैडम अपने साथ कार्यालय का सामान भी आटो में लादकर ले गई. सरकारी सामान वापस करने के लिए जनपद पंचायत कार्यालय ने युक्ति शर्मा को दो बार नोटिस भेजा. पहला नोटिस 4 अक्टूबर 2024 को और दूसरा 3 मार्च 2025 को भेजा गया. नोटिस में उन्हें सरकारी सामान वापस करने के लिए कहा गया था। कई ज़रूरी चीजें, जैसे कंप्यूटर, सीपीयू, प्रिंटर, इंडक्शन, कुकर, बेड और गद्दा, ऑफिस से गायब थे। हालांकि, युक्ति शर्मा ने सिर्फ बेड के बारे में ही जवाब दिया, लिखा कि इसका आधिकारिक बिल है तो बताया जाए. बताया जा रहा है कि मैडम को बेड सचिवों ने उपलब्ध कराया था ताकि वे अपनी बच्ची के साथ आराम से रह सके.
लगातार नोटिसों के बाद भी सरकारी सामान वापस नहीं करने पर अब वर्तमान जनपद सीईओ वृंदावन मीणा ने कार्रवाई करने का फैसला लिया है. उन्होंने थाना प्रभारी को पत्र लिखकर पूर्व सीईओ युक्ति शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध किया है. इस पत्र की एक कॉपी रायसेन कलेक्टर को भी भेजी गई है. थाना प्रभारी भरत प्रताप सिंह राजपूत ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
