प्रदेशवार्ता. लाडली बहना योजना…! आज का पीपलरावां कार्यक्रम इन्हीं बहनों के नाम था. सीएम डा. मोहन यादव ने बहनों को मंच से भरोसा भी दिलाया की भविष्य में राशि बढाकर वे अपनी बहनों की आर्थिक स्थिति और सृदढ करेंगे. महिलाएं जिस सरकारी आयोजन के केंद्र में हो वहां एक महिला विधायक का न होना सवाल खडे करता हैं. क्या आयोजन में जानबूझकर महिला विधायक की उपेक्षा की गई..? जिले में भाजपा का कब्जा हैं, सभी विधायक उसी के हैं. ऐसे में जब अन्य चार पुरूष विधायक सीएम के साथ मौजूद थे, खूब उत्साह से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे थे, ऐसे में क्या कारण रहा कि सत्ता और संगठन स्तर पर इतनी बडी चूक हो गई. अगर ये चूक नहीं थी और नाराजगी का सबब थी तो फिर क्या इसे गहरी गुटबाजी माना जाए. शहर और देवास विधानसभा की राजनीति में भी वैसे सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. विधायक गायत्रीराजे पवार के साथ ही देवास के सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी भी नहीं आए. सांसद सोलंकी सोनकच्छ विधानसभा में हमेशा सक्रिय रहे हैं. विधानसभा चुनाव के समय विधायक सज्जनसिंह वर्मा से सीधे भिडंत करने वालों में अकेले उनका ही नाम था. अब सोनकच्छ विधानसभा में ही इतना बडा आयोजन हो गया वो भी बिना सांसद की उपस्थिति के. सीएम के पूरे कार्यक्रम का जिम्मा सोनकच्छ विधायक राजेश सोनकर के कंधों पर था. सफल आयोजन ने उनका कद बडा कर दिया.
