प्रदेशवार्ता. सीबीएमओ ने सोचा भी नहीं था कि वे जाल में उलझ जाएंगे. लेकिन सीएचओ की जागरूकता ने आखिरकार अधिकारी के धूप. छांव के खेल का पर्दाफाश कर दिया. सीबीएमओ का खेल खुला तो पूरे स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया. सवाल ये भी उठ रहे है कि सिस्टम अपने ही लोगों को नहीं छोड रहा.
बड़वानी जिले के ठीकरी ब्लाक में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। ब्लाक में पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की रुकी हुई राशि निकालने के एवज में कंप्यूटर ऑपरेटर को 35000 रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा। इस मामले में रिश्वत की डिमांड करने वाले सीबीएमओ भी आरोपी हैं।
लोकायुक्त में डॉक्टर बलवीर वर्मा ने शिकायत की थी. डा. बलवीर ने बताया कि उनके रूके हुए पांच माह के वेतन और 10 माह की परफॉर्मेंस बेस्ड इंसेंटिव की राशि 2,87,000 रु बनी थी। इस राशि को निकालने के एवज में ठीकरी के सीबीएमओ राजवीर तोमर पैसा मांग रहे थे. इसके लिए उन्होंने ब्लॉक कंप्यूटर ऑपरेटर राहुल गुप्ता के माध्यम से ₹50000 की राशि की डिमांड की थी। शिकायत की पुष्टी करने करने के बाद लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को पकड़ने का प्लान बनाया। शुक्रवार को टीम ने आवेदक को रिश्वत की राशि के साथ जाने को कहा। फिर राहुल कुमार गुप्ता को आवेदक से ₹35000 की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण की धारा 7 एवं 61 (2) बीएनएस 2023 के अंतर्गत कार्रवाई की है।
