प्रदेशवार्ता. समय पर पहुंचने की हडबडाहट में केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान पत्नी साधना सिंह को ही साथ लेकर चलना भूल गए. करीब एक किमी से ज्यादा चलने के बाद याद आया कि पत्नी तो साथ है ही नहीं. आनन फानन में अपना काफिला वापस पलटाया और पत्नी को साथ लिया. समय पर फ्लाइट पकडने की जल्दबाजी में ये गडबड हो गई. मंत्री के काफिल में दो दर्जन कारें शामिल थे, जो रास्ते से वापस पलटी.
दरअसल शनिवार को केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान गुजरात पहुंचे थे. यहां धार्मिक यात्रा के साथ सरकारी कार्यक्रमों में शामिल हुए. पत्नी साधना सिंह भी साथ थी. गुजरात के जूनागढ में गिर के शेरों को देखा, सोमनाथ के ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी किए. इसके बाद मूंगफली शोध केंद्र के किसानों व लखपति दीदी योजना से जुडी महिलाओं के साथ संवाद कार्यक्रम था. मंत्री शिवराज को रात 8 बजे राजकोट से फ्लाइट पकडनी थी, लेकिन राजकोट तक का रास्ता खराब हैं. खराब रास्ते पर चलकर समय पर पहुंचना था, जिसके चलते खुद शिवराजसिंह ने कार्यक्रम को संक्षिप्त कर दिया. मंच पर कहा भी कि वे अगली बार आकर विस्तार से बात करेंगे, अभी जल्द निकलना होगा क्योंकि कि राजकोट का रास्ता खराब हैं. इस हडबडी में वे कार्यक्रम से अपने काफिले के साथ निकल तो गए लेकिन पत्नी साधना सिंह छूट गई. साधना सिंह गिरनार दर्शन के बाद लौट चुकी थी और प्रतिक्षालय में बैठी थी. इधर करीब एक किलोमीटर चलने के बाद मंत्री जी को याद आया कि श्रीमति जी तो छूट गई, आनन फानन में काफिला वापस पलटाया और मूंगफली शोध केंद्र के प्रतिक्षालय से साधना सिंह को वापस लिया.
