प्रदेशवार्ता. एक 14 साल की बालिका के पेट में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया तो हकीकत सामने आ गई. पुलिस ने बालिका के कथन दर्ज किए तो पूरे राज से पर्दा हट गया. पुलिस ने फिर मा. बाप, भाई. बहन सहित अन्य पर केस दर्ज कर लिया.
दरअसल एक साल पहले मप्र के बडवानी जिले के सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र में नाबालिग का चुपचाप विवाह कर दिया गया था. नाबालिग लडकी विवाह के बाद महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर पति और भाई. भाभी के साथ चली गई. एक दिन बालिका के पेट में दर्द होने लगा. उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. लेकिन बालिका की हालत ज्यादा बिगड गई. ज्यादा हालत बिगडने पर फिर उसे छत्रपति संभाजी नगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. डाक्टरों ने जांच के बाद पाया कि नाबालिग के पेट में सात माह का बच्चा हैं. बच्चे की पेट में ही मौत हो चुकी थी. अस्पताल ने इसकी जानकारी स्थानीय थाने पर दी. पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर पीडिता के कथन लिए. पीडिता के कथन के आधार पर वहां शून्य पर प्रकरण दर्ज कर आगामी कार्रवाई के लिए मप्र के बडवानी जिले के एसपी के पास मामला स्थानांतरित होकर पहुंचा. एसपी बडवानी ने कार्रवाई के लिए इसे सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र को भेजा. अब सेंधवा पुलिस ने कार्रवाई की हैं. सेंधवा के एसडीओपी अजय वाघमारे के अनुसार बालिका के बाल विवाह और योन शोषण के मामले में उसके मायके और ससुराल पक्ष पर कार्रवाई की गई हैं. दोनों पक्षों के 13 लोगों पर दुष्कर्म, पोक्सो और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया हैं. माता. पिता, भाई. बहन, पति के तीन भाई, बहन, मां. बाप व अन्य रिश्तेदारों ने एक साल पहले बालिका का बाल विवाह कराया था. इन सभी पर पुलिस ने केस दर्ज किया हैं.
