– सीईओ जिला पंचायत की अध्यक्षता शिशु मृत्यु की समीक्षा बैठक हुई आयोजित
देवास. शिशु मृत्य दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को मैराथन बैठक का आयोजन किया. बैठक में कई बिंदु आए जो शिशुओं की मौत का कारण हैं. मुख्य कार्यकाल अधिकारी जिला पंचायत देवास हिमांशु प्रजापति की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की शिशु मृत्यु की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शिशु गहन चिकित्सा इकाई (SNCU) में मृत शिशुओं की मृत्यु के कारणों की समीक्षा परिजन से चर्चा कर किस प्रकार से सुधारात्मक कार्रवाई की जा सकती है जिससे भविष्य में इस प्रकार के पुनरावृत्ति न हो, इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए. सीएमएचओ डॉ सरोजिनी जेम्स बैक ने बताया कि शिशुओं की मृत्यु के प्रकरणों की समीक्षा में पाया की 4 से 5 बच्चे सिजेरियन से होने के बावजूद फिर से महिला गर्भवती हो रही है, कुछ हाई रिस्क महिला, कम वजन के शिशु, सेवियर बर्थ, एक्सपेक्सिया प्रीमेच्योरिटी के कारण नवजात शिशु की मृत्यु हो रही है. सीईओ जिला पंचायत श्री प्रजापति ने निर्देश दिए की इस हेतु भविष्य में बच्चों की मृत्यु नहीं हो एवं सुधारात्मक कार्यवाही के लिए विकासखंड स्तर की रेफरल यूनिट से मेडिकल ऑफिसर या नर्सिंग ऑफिसर द्वारा रेफर करने के सही कारण रेफरल नोट में डाले जाए, यदि शिशु एनबीएसयू में भर्ती है तो वहां पर भी उसका सही से उपचार किया जाए. समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ता एएनएम, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर द्वारा समस्त हाई रिस्क महिलाओं का फॉलो किया जाए एवं गर्भवती का सही रिकॉर्ड दर्ज किया जाए. जब बच्चे की छुट्टी हो जाती है तो उसका गृह आधारित मां एवं बच्चों की देखभाल की जाए ताकि भविष्य में नवजात शिशु की मृत्यु उक्त कारण से ना हो, शिशु मृत्यु रोके जाने हेतु मेडिकल ऑफिसर और अन्य स्टाफ को निर्देश दिया.
बैठक में सीएमएचओ डॉ बेक,सिविल सर्जन डॉ बसंत सारस्वत, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सुनील तिवारी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ साधना वर्मा, एसएनसीयू प्रभारी डॉ वैशाली निगम, समस्त कार्यक्रम अधिकारी, बीएमओ मेडिकल ऑफिसर,बीसीएम,एएनएम ,आशा कार्यकर्ता एवं परिजन बैठक में उपस्थित हुए।
