प्रदेशवार्ता. अपना काम बनाने के लिए शिक्षक ने गजब की हिम्मत जुटाई. पैसा लेकर सीधे मंत्री के सरकारी बंगले पर ही पहुंच गया. घटना ने मंत्री को भी हैरान कर दिया. वे कहने लगे क्या पहले कभी इस तरह किसी ने मंत्री को रिश्वत देने की कोशिश की हैं..? नाराज मंत्री ने शिक्षक को पुलिस के हवाले कर दिया.
जयपुर के सिविल लाइंस स्थित शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का सरकारी आवास हैं. यहां सोमवार को सुबह जनसुनवाई की जा रही थी. कई लोग जनसुनवाई में मौजूद हैं. तभी बांसवाडा का एक सरकारी शिक्षक भी आता हैं. मंत्री को रिश्वत देने की कोशिश करने वाले सरकारी शिक्षक का नाम चंद्रकांत वैष्णव है। वह बांसवाड़ा जिले में स्थित घाटोल ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बुधा में लेवल टू का तृतीय श्रेणी शिक्षक है। वह शिक्षक लेखन में रुचि रखता है और खुद को लेखन प्रक्रिया में शामिल करवाने के लिए मंत्री के पास परिवाद लेकर पहुंचा था। पुस्तक लेखन का काम राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से किया जाता है। शिक्षक चंद्रकांत उसी परिषद से जुड़कर लेखन कार्य करना चाहता था। इसी काम के लिए उसने मंत्री को प्रार्थना पत्र भी दिया और बंद लिफाफे में पांच हजार रुपए की रिश्वत की पेशकश भी की। मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि वो तीसरी बार मंत्री बने हैं और राजनीति में 36 साल हो चुके हैं. ये उनके जीवन का पहला मामला है, जब किसी ने उनको रिश्वत देने की कोशिश की.
