प्रदेशवार्ता. कठिन समय पर रिश्तों की परख भी हो जाती हैं. ऐसे ही कठिन समय में एक दंपत्ति का रिश्ता हिचकोले खा रहा हैं. सब कुछ अच्छा चल रहा था, पैसा, सुविधा सब कुछ पास था, लेकिन जिंदगी के एक बडे मोड ने हलचल मचा दी हैं. कठिन समय में पत्नी अपने पति को छोडना चाहती है लेकिन निर्णय नहीं कर पा रही. तय किया की लोगों से राय लेगी, इसके लिए परिस्थितियों का विस्तार से जिक्र कर राय मांगी है कि क्या पति को छोड आफिस के साथी से ब्याह रचा लूं…!
अमेरिका में रहकर मोटी कमाई कर रहे एक व्यक्ति का वैवाहिक जीवन संकट में फंस गया हैं. दरअसल अमेरिका में H1B वीज़ा पर काम कर रहे 3.20 लाख से ज्यादा भारतीय में से कई अगले महीने से भारत लौटना शुरू कर देंगे। इनमें से कई डॉक्टर्स, इंजीनियर्स और आईटी सेक्टर के लोग हैं। इनमें कुछ तो टैलेंट रहा होगा कि उन्हें वहां नौकरी मिली। ट्रम्प के आदेश के बाद उन्हें नौकरी देने वालों को 100 गुना ज्यादा, यानी एक लाख डॉलर की वीज़ा फीस देनी होगी। जहां H1B वीज़ा धारकों की प्रतिमाह औसत आय 55 हजार डॉलर हो, वहां कोई नियोक्ता 1 लाख डॉलर की वीज़ा फीस क्यों देगा? अब ये भारतीय वतन लौटकर क्या करेंगे? नौकरी मिलेगी?
ट्रम्प का ये सनकी आदेश पति. पत्नी के रिश्ते में भूचाल ले आया है. पति अमेरिका में सालाना 1 लाख 40 हजार $ कमाता है। H1B वीज़ा है। पत्नी के पास H4 वीज़ा है। वह भी कमाती है लेकिन, ट्रंप के वीज़ा शुल्क में इजाफे से बीवी परेशान है। वो भारत नहीं आना चाहती. उन सुविधाओं को नहीं खोना चाहती जो अमेरिका में मिली हैं. ऐसे में पूछ रही है कि क्यों न वो पति को तलाक देकर दफ्तर में उस अमीर ग्रीन कार्ड धारक से शादी कर ले, जो उसे चाहता है। बीवी को पति से ही नहीं, भारत से भी छुटकारा चाहिए।
