नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से नस्लभेद का मुद्दा पूरी दुनिया में छाया हुआ है। खेल जगत में भी कई खिलाड़ियों ने अपने साथ हुए नस्लीय भेदभाव का खुलासा किया है। इसी बीच अब ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भी नस्लभेद के मुद्दे पर बड़ी बात कह दी है। उस्मान ख्वाजा ने कहा कि उन्हें भी ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेलने के दौरान कई बार नस्लीय टिप्पणी का सामना किया है। ख्वाजा ने कहा कि उनके पाकिस्तानी मूल होने के चलते अकसर उन्हें आलसी खिलाड़ी कहा जाता था।
उस्मान ख्वाजा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था लेकिन जब वो छोटे थे तो वो परिवार के साथ सिडनी में बस गए थे। उस्मान ख्वाजा ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने वाले पहले मुस्लिम खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2010-11 एशेज सीरीज के आखिरी मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया था।

पाकिस्तानी होने के चलते कहते थे आलसी
उस्मान ख्वाजा ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट से बातचीत करते हुए कहा, ‘मैं जब बड़ा हो रहा था तो मुझे अकसर आलसी खिलाड़ी कहा जाता था। लेकिन मैं एकदम शांत खिलाड़ी था। लेकिन मेरे पाकिस्तानी होने की जह से मुझे अकसर आलसी कहकर बुलाया जाता था।’

मेरे खिलाफ जान बूझ के होती थी चीजें इस्तेमाल
उस्मान ने आगे बताया, ‘दौड़ना कभी भी मेरे लिए आसान नहीं रहा। जब भी मेरा फिटनेस टेस्ट होता था तो मैं औरों की तरह अच्छा नहीं था। और यही चीज मेरे खिलाफ इस्तेमाल होती थी। मैं इन सब चीजों से आगे बढ़ चुका हूं लेकिन ये सही नहीं है।’

कई बार किया नस्लीय टिप्पणियों का सामना
उस्मान ख्वाजा ने कहा कि उन्होंने कई बार नस्लीय टिप्पणियों का सामना किया है लेकिन जब भी उन्हें दिक्कत होती थी वो इसके खिलाफ खड़े हुए। हालांकि ख्वाजा ने ये भी कहा कि उनके जैसे विरोध करने वाले बेहद कम लोग हैं।
बता दें फिलहाल उस्मान ख्वाजा ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर चल रहे हैं। ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अबतक तीनों ही फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने 44 टेस्ट मैचों में 40 से ज्यादा की औसत से 2887 रन बनाए हैं। वनडे में भी उनके बल्ले से 42 की औसत से 1554 रन निकले हैं। 9 टी20 मैचों में ख्वाजा ने 241 रन बनाए हैं।