प्रदेशवार्ता. औद्योगिक थाना देवास की पुलिस ने हाईवे पर हुई लाखों रुपए की लूट संबंधी घटना का 24 घण्टे में ही पर्दाफाश कर दिया. तीनों आरोपियों ने मोटरसाइकिल से जा रहे राहगीर को चलते वाहन से चाबी निकाल कर रोक लिया था. तीनों ने ड्रग्स ले जाने के नाम पर झूठ बोलकर बैग की चैकिंग करने के बहाने रुपए लेकर फरार हो गए थे. त्रिनेत्रम अभियान” के तहत शहर एवं हाइवे पर लगाए गए सीसीटीव्ही कैमरों की मदद से पुलिस ने 24 घण्टे में ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही शहर में बनाए गए कम्युनिटी व्हाट्सएप्प ग्रुपों ने आरोपियों की पहचान में अहम भूमिका निभाई. घटना अनुसार 14 अप्रैल को फरियादी बाबू गर्ग उम्र 52 साल निवासी एल-21 वृन्दावन कालोनी उज्जैन ने थाने पर सूचना दी कि वह 13 अप्रैल को अपने सेठ जी के बेटे की सगाई कार्यक्रम में इन्दौर में था. प्रोग्राम के बाद वह अपने साथी कर्मचारी राशीद खान निवासी उज्जैन के साथ उसकी मोटरसाइकिल से क्षिप्रा होते हुए उज्जैन जा रहे थे. कार्यक्रम से कर्मचारियों को पैमेंट करने के बाद 1,75,000 रुपए तथा 48,000 रुपए दुकान के फरियादी के पास रखे थे। रात करीब 3 बजे क्षिप्रा पर एक चाय कि दुकान पर रूके, उसके साथी ने वही चाय पी, फिर वहां से निकले. करीबन 03.10 बजे पर जैसे ही वीर ब्रदर्स ढाबे के आगे उज्जैन रोड बायपास क्षिप्रा देवास पर पहुचे थे की, पीछे से एक काले रंग की मोटरसाइकिल पर तीन लोग बैठकर आए. उनमें से एक लड़के ने हमसे पूछा की उज्जैन कितनी दूर है। तब उसे मना कर दिया कि नही मालूम. इतने में उनमें से पीछे बैठे लड़के ने चलती मोटर साइकिल से फरियादी की गाडी की चाबी निकाल ली और उनके पास रखे काले रंग के बैग छुडा लिए और कहने लगे कि तुम लोग एमडी बैचते हो. बैग चेक करने दो, और वे तीनी बैग चेक करने लगे व बैग में रखे रुपए निकालकर, गाड़ी की चाबी लेकर उज्जैन तरफ भाग गए. तब घटना की सूचना सेठ सुनिल कोटवानी को बताई. रात अधिक होने से सुबह इन्दौर से आकर थाने पर रिपोर्ट करने साथ आए. फरियादी की रिपोर्ट पर थाना औद्योगिक क्षेत्र पर धारा 309 (4) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया. देवास पुनीत गेहलोद ने तीनों बदमाशों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिए. पुलिस थाना औद्योगिक क्षेत्र ने उक्त आदेश के पालन में क्षिप्रा ब्रिज पर एक दुकान पर लगे सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले, जिसमें तीन संदिग्ध बताए हुलिये के दिखे, जिस पर आरोपियों की पहचान हेतु फुटेज व फोटो जिले में गांव एवं वार्डों के बनाए गए वाट्सएप्प ग्रुप पर वायरल किए गए. जो उन्ही में से किसी एक के द्वारा पुलिस को आरोपियों की पहचान की जानकारी दी गई. जिसमें आरोपियों की पहचान 01. कालू बागरी नि. एरिना रोड देवास 2. विशाल चौहान 3. अरूण चौहान निवासीगण बागरी मोहल्ला के रूप में हुई जिसे पुलिस टीम ने तत्काल हिरासत में लिया. सख्ती से पूछताछ में इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इनके पास से लूटी गई राशि भी बरामद हो गई. घटना में प्रयुक्त बिना नंबर की बाइक भी पुलिस ने जब्त की.
