प्रदेशवार्ता. ट्रैफिक पुलिस द्रारा जैब में पैसा रखकर वाहन चालक को रवाना करना आम बात हैं. नियम के अनुसार जुर्माना तो वसूला जाता है लेकिन वो शासन के पास नहीं जाता. ऐसे ही एक दो पहिया वाहन पर पीछे बैठी जापानी महिला से ट्रैफिक पुलिस ने एक हजार रुपए तो वसूले लेकिन बिना रसीद दिए ही रवाना कर दिया. ये वीडियो जब वरिष्ठ अफसरों के पास पहुंचा तो कार्रवाई की गई. रिश्वत का ये मामला गुरुग्राम का हैं. गुरुग्राम में ट्रैफिक पुलिस ने गैलेरिया मार्केट क्षेत्र में जांच के दौरान हेलमेट न होने पर एक जापानी महिला से एक हजार रुपए की रिश्वत ले ली। महिला ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। इस पर डीसीपी ट्रैफिक डॉ. राजेश मोहन ने सोमवार शाम को जोन ऑफिसर (जेडओ), कॉन्स्टेबल और एक होमगार्ड को सस्पेंड कर दिया। जापानी महिला की ओर से जारी वीडियो में कहा गया वाह! गुरुग्राम पुलिस ने एक जापानी टूरिस्ट से 1000 रुपए ले लिए, वो भी बिना रसीद। इस तरह वे विदेश में भारत की छवि खराब करते हैं। वीडियो में दिख रहा है कि दो पहिया वाहन चालक ने हेलमेट पहना हुआ था. पीछे बैठा शख्स यानी पिलियन राइडर ने हेलमेट नहीं लगाया था. इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और बताया कि नियम तोड़ने के कारण 1000 रुपए का फाइन देना होगा. वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी कहते हैं – आप यहां पैसे दे सकते हैं या कोर्ट में. इस पर विदेशी पर्यटक ने पूछा – क्या मैं वीज़ा कार्ड या टच पेमेंट कर सकता हूं? इस पर पुलिसकर्मी ने जवाब दिया – नो वीजा टच. इसके बाद पर्यटक ने जेब से दो 500 रुपये के नोट निकालकर पुलिसकर्मियों को थमा दिए. खास बात यह रही कि पुलिस ने बिना किसी रसीद दिए ही यह पैसे रख लिए. इसी पूरी घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया और लोगों ने जमकर आलोचना शुरू कर दी. वीडियो वायरल होते ही मामला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच गया। डीसीपी ट्रैफिक डॉ. राजेश मोहन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों को सस्पेंड कर दिया। इनमें जेडओ एसआई करण सिंह, कांस्टेबल शुभम और होमगार्ड भूपेंद्र शामिल हैं।
