प्रदेशवार्ता. आंगनवाड़ी सहायिका के पद पर महिला का चयन हो गया. चयन के बाद भी परियोजना अधिकारी ने दबाव बनाना शुरू कर दिया, कहा कि 50 हजार रुपए दोगे तभी ज्वाइनिंग मिलेगी. वर्ना सत्यापन में बाहर कर दिया जाएगा. परेशान सहायिका ने आखिरकार लोकायुक्त की शरण ली. मप्र के रीवा जिले में महिला बाल विकास विभाग का परियोजना अधिकारी को लोकायुक्त ने पकडा हैं. सिरमौर के परियोजना अधिकारी शेष नारायण मिश्रा ज्वाइनिंग के नाम पर सहायिका से 50 हजार रुपए मांग रहे थे.
सिरमौर तहसील के सगरा निवासी राहुल सेन ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी. सेन की पत्नी सोनम का चयन आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर हुआ है, लेकिन नियुक्ति के बदले सिरमौर महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ परियोजना अधिकारी शेषनारायण मिश्रा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे. एसपी लोकायुक्त रीवा सुनील पाटीदार ने बताया कि एक शिकायत आई थी जिसमें सहायिका को ज्वाइन कराने के बदले रिश्वत मांगने का उल्लेख था। सत्यापन में शिकायत की पुष्टि हुई है, इस कारण संबंधित अधिकारी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। परियोजना अधिकारी को जब सहायिका का पति पैसे देने गया तो गडगडी की परियोजना अधिकारी को भनक लग गई, वो समझ गया कि उसे ट्रेप किया जा रहा है, हडबडी मे वो पहले तो सहायिका के पति से अभद्रता करने लगा उसके बाद कार्यालय से भागने लगा, मौके पर सिविल ड्रेस में मौजूद लोकायुक्त अधिकारियों ने उसे पकड लिया. टीम परियोजना अधिकारी को रिश्वत लेते तो नहीं पकड सकी लेकिन रिश्वत मांगने का केस पहले ही दर्ज हो चुका था.
