प्रदेशवार्ता. शादी की तैयारियों में महीनेभर लगे, आखिर में वो दिन भी आ गया जब दूल्हा बरात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा. हर्षोल्लास का माहौल था, कुछ देर में फेरे होने वाले थे. पंडितजी मंत्र पढाने की तैयारी कर रहे थे. मंडप में बैठी दुल्हन अचानक रोने लगी. दुल्हन के रोने के बाद कहानी ही बदल गई और दूल्हे को बिना बारात के लौटना पडा.
यूपी की राजधानी लखनऊ से सटा है बाराबंकी जिला. बाराबंकी में बुधवार रात एक शादी समारोह में हंगामा मच गया. फेरे लेने से पहले दहेज को लेकर वर और वधू पक्ष में विवाद शुरू हो गया। तू-तू मैं -मैं इतनी बढ़ी कि मेहमानों के सामने दुल्हन फूट फूटकर रोने लगी। वह भीड़ में मौजूद अपनी दीदी के देवर के पास पहुंची। उसने सबके सामने दुल्हन की मांग भर दी। यह देख वहां हर कोई भौचक्का रह गया। इलाके भर में इसकी जोर-शोर से चर्चा हो रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में से किसी ने शिकायत नहीं की है। समझौते के बाद दूल्हा बगैर दुल्हन के बारात लेकर लौट गया।
उत्तर टोला निवासी नरेश की 21 वर्षीय बेटी मोहिनी की शादी कोठी क्षेत्र के विकास सोनी से तय हुई थी। 24 सितंबर को बारात आई। देर रात शादी की रस्मे शुरू हुई। वधू पक्ष ने आरोप लगाया कि वर पक्ष दहेज में डेढ़ लाख रुपए और डेढ़ तोले सोने की मांग कर रहे हैं। दूल्हे और दुल्हन के घरवाले झगड़ने लगे। माहौल गंभीर देखकर दुल्हन रोने लगी। वह पास खड़े अपनी बहन के देवर शिवांश के पास पहुंची। दोनों के बीच तीन साल से प्रेम संबध था। शिवांश ने सबके सामने मोहिनी की मांग भरकर उसे अपनी पत्नी बना लिया।
