प्रदेश

अस्पताल का अकाउंटेंट अपने दूसरे साथी अकाउंटेंट से रिश्वत के मांग रहा था बीस हजार रुपए..रिश्वत के लिए रोक दिया साथी अकाउंटेंट का मेडिकल क्लेम


प्रदेशवार्ता. मेडिकल क्लेम की राशि का भुगतान कराने के एवज में रिश्वत मांगना जिला अस्पताल के अकाउंटेंट को महंगा पड गया. पहले से ही तैयार बैठी लोकायुक्त की टीम ने उसे शुक्रवार को रंगेहाथ पकड लिया. अकाउंटेंट को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि वो धरा गया, उसके चेहरे का रंग उतर गया.
रिश्वत लेने का ये मामला बुरहानपुर के जिला अस्पताल में सामने आया हैं. अस्पताल में अकाउंटेंट के पद पर राधेश्याम चौहान पदस्थ हैं. खास बात यह है कि राधेश्याम जिससे रिश्वत मांग रहे थे वो भी एक मामले में निलंबित है और अस्पताल का ही अकाउंटेंट हैं. निलंबित अकाउंटेंट अशोक पठारे अपने मेडिकल क्लेम की राशि का भुगतान कराने के लिए अकाउंटेंट राधेश्याम के पास चक्कर लगा रहे थे. लेकिन बार. बार चक्कर खिलवा रहे राधेश्याम 20 हजार रुपए की मांग पर अटके रहे. परेशान अशोक पठारे ने इसके बाद पूरे मामले से इंदौर लोकायुक्त की टीम को अवगत कराया. बताया कि वो राधेश्याम को पहले ही पांच हजार रुपए दे चुका हैं. लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को अकाउंटेंट राधेश्याम की घेराबंदी कर दी. जैसे ही राधेश्याम ने अशोक पठारे से 15 हजार रुपए की रिश्वत ली, लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ पकड लिया.

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