प्रदेशवार्ता. उज्जैन में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा हुई है. इस फैसले के बाद एक धार्मिक मामले को लेकर असमंजस बन रहा हैं. उज्जैन के काल भैरव मंदिर में शराब चढती हैं. भगवान को चढाने के लिए भक्त शराब खरीदते हैं. अब सवाल उठ रहा है कि अगर उज्जैन में पूर्ण शराबबंदी हुई तो भक्त फिर शराब कहां से खरीदेंगे. अभी जो भक्त काल भैरव मंदिर दर्शन को आते हैं वो मंदिर के पास की ही दो दुकानों से शराब खरीद लेते हैं. मंदिर के सामने की दुकान से शराब खरीदकर भगवान को अर्पित करने वाले भक्त अब क्या करेंगे..? इन दो दुकानों पर से रोजाना पांच लाख रुपए से अधिक की शराब बिक जाती हैं. सीएम मोहन यादव ने मप्र के 17 जिलों में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा तो कर दी हैं लेकिन पेंच उनके गृह जिले में ही फंस गया है. उज्जैन अखाडा परिषद के अध्यक्ष रामेश्वर दास जी ने शासन को एक सुझाव देते हुए कहा कि शासन शराब बंदी जरूर लागू करे लेकिन काल भैरव मंदिर पर ध्यान देकर नई नीति बनाए जिसमें लोग सिर्फ चढावे के उद्देश्य से ही शराब खरीद सके. जो भक्त दुकान पर आए उन्हें सीमित मात्रा में ही शराब मिले. उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने इस मामले पर कहा अभी आदेश जारी नहीं हुए हैं. जब आदेश जारी होगा तब आबकारी नीति के तहत काल भैरव क्षेत्र में शराबबंदी के आदेश पर विचार किया जाएगा. हालाकि शासन के इस फैसले से आमजन खासकर महिलाएं ज्यादा खुश हैं. महिलाओं ने शासन के इस फैसले का स्वागत किया हैं.
