प्रदेशवार्ता. एक एनजीओ ने मप्र सहित अन्य राज्यों में लोगों को बेटी बचाओ बेटी पढाओ के नाम पर ठग लिया. लोगों को पैसा लेकर मेंबर बनाते रहे. एनजीओ से जुडे एक व्यक्ति को शक हुआ और वो पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंच गया. शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की तो फर्जीवाडा उजागर हो गया. अब सरगना फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीम बनाई गई हैं.
मप्र के बालाघाट में 14 हजार लोग एक एनजीओ से ठगा गए. एनजीओ पे टू पे सोशल फाउंडेशन के नाम पर राजस्थान से चलाया जा रहा था. एनजीओ लोगों से दावा करता कि अगर वे संस्था के सदस्य बन जाएंगे तो उन्हें केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना से जोड देंगे जिसके बाद सदस्यों को लाखों रुपए मिलेंगे. एनजीओ लोगों से 550 रुपए लेकर अपना सदस्य बनाता था. लोग प्रभावित होते गए व रसीद कटवाकर सदस्य बनने लगे. इसके बाद सदस्यों को चेन स्कीम में जोडा जाता. इसके बदले बेटी की शादी पर एक लाख रुपए और गिफ्ट देने का वादा किया गया.
एनजीओ ने बालाघाट में लगभग 14 हजार लोगों को ठगा, जबकि देश के 20 राज्यों में लगभग 93000 से अधिक व्यक्ति को फंसाया है। इस प्रकार एनजीओ ने केंद्र सरकार की योजना की आड़ पर लगभग 5 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया है. एनजीओ की तरफ से चलाए जा रहे मल्टीलेवल मार्केटिंग पर एक एजेंट को शक हो गया. एजेंट संस्था के लिए ही काम कर रहा था. जब एनजीओ की योजना पर शक हुआ तो उसने पुलिस में इसकी शिकायत की. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी लोगों को इस चेन लेवल मार्केटिंग में 17 चेन लेवल तक अलग-अलग इनाम का लालच देते थे। इसके साथ ही अंतिम लेवल पार करने पर एक करोड़ का इनाम का लालच रखा था। इनाम के लालच में लोग इनके जाल में फंसते गए. पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं. मुख्य सरगना एनजीओ का अध्यक्ष प्रभु दयाल शर्मा हैं. पुलिस उसकी तलाश में जुटी हैं. चार में से दो सदस्य पुलिस ने जयपुर से पकडे. दो बालाघाट से धराए.
