प्रदेशवार्ता. अच्छी सरकारी नौकरी.. बढिया वेतन के बाद भी दहेज का लालच समाज से खत्म नहीं हो रहा हैं. ऐसे ही एक मामले में दहेज के दबाव से परेशान होकर पत्नी ने पहले तो पति का घर छोडा, फिर भरण पोषण का केस लगा दिया. शातिर पति ने फर्जी दस्तावेजों से कोर्ट को ही गुमराह किया व पत्नी की नौकरी बताकर भरण पोषण का दावा निरस्त करने की मांग रख दी. हालाकि पति का झूठ खुल गया और कोर्ट ने अलग से फर्जीवाडे के आरोप में पति पर केस दर्ज करवा दिया. ग्वालियर के थाटीपुर थाना क्षेत्र के सुरेश नगर निवासी प्रियंका बौद्ध का विवाह विवेक नगर निवासी अतुल गौतम से हुआ था. अतुल गौतम सिटी सेंटर स्थित एसबीआई बैंक में असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर है। शादी के कुछ दिन तो सब ठीक रहा लेकिन उसके बाद पति दहेज के लिए परेशान करने लगा. यहां तक की दहेज के विवाद में उसने पत्नी को ही घर से निकाल दिया. तभी से महिला अपने मायके में रह रही है। पति के लालच को देखते हुए जब कोई रास्ता नहीं बचा तो पत्नी ने भरण पोषण के लिए मामला फैमिली कोर्ट में दायर किया. फैमिली कोर्ट पर अतुल गौतम ने पत्नी के नौकरी के दस्तावेज दिए। जिसमें वह राठौर कंस्ट्रक्शन और बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के यहां पर कार्यरत होना बताई गई। साथ ही उसकी वेतन स्लिप जमा कराई गई। इसमें उसे 24500 रुपए प्रति माह सैलरी मिलना बताया गया। पत्नी को अपनी नौकरी होने का पता भी कोर्ट में पेश दस्तावेज से चला इसके बाद पत्नी ने पति की थाने पर शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई. बाद में जब कोर्ट में पति की जालसाजी खुली तो कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पति और अन्य दो लोगों पर धोखाधडी का केस दर्ज किया.
