प्रदेशवार्ता. महिला कथावाचक का उसकी जाति के आधार पर विरोध करने वाले युवकों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया हैं. जातिगत विरोध का ये मामला तुल पकड गया था. महिला कथावाचक के समर्थन में दलित, पिछडा वर्ग और अन्य संगठन आगे आ गए थे. ओबीसी महासभा और भीम आर्मी ने पुलिस से कडी कार्यवाही की मांग की.
कथावाचक देविका पटेल जबलपुर के पनागर थाना क्षेत्र के गांव रैपुर में कथा सुना रही थी. विरोध कुछ ब्राह्मण युवकों ने किया था. विरोध करने वाले युवक इस बात पर अडिग थे कि कोई गैर ब्राह्मण कथा नहीं सुना सकता. साथ ही कथा सुनाने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी. ये मामला तुल पकड गया, तथा इस घटना का विरोध शुरू हो गया. कथा वाचक देविका पटेल के अनुसार उन्हें और उनके पिता को भी धमकियां दी गई. कथावाचक से यह भी कहा कि अगर कथा सुनाना चाहती हैं तो पहले किसी ब्राह्मण युवक से शादी कर लें.
विरोध बडने लगा तो पुलिस ने सात युवकों पर केस दर्ज किया हैं. एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच की है। सचिन तिवारी, सुरेंद्र तिवारी, सचिन मिश्रा, जयकुमार, पवन तिवारी, ईलू तिवारी और लल्ला दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 296 (धार्मिक अनुष्ठान में बाधा डालना), धारा 351(2) (धमकी देना) और धारा 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
