प्रदेशवार्ता. अगर कियोस्क संचालक अपनी समझबूझ का परिचय दे तो साइबर ठगों के मंसूबें नाकाम किए जा सकते हैं. ऐसे ही सतवास के एक कियोस्क संचालक की समझबूझ से छात्र को चपत लगने से बच गई. पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद जिला देवास व्दारा जिले में साइबर फ्रॉड रोकने के लिए जिले के सभी थाना प्रभारी एवं अन्य अधिकारियों द्रारा प्रतिदिन चौपाल लेकर साइबर फ्रॉड की घटनाओं पर लगातार अंकुश लगाया जा रहा है. इसी तारतम्य में कस्बा सतवास के जन्नत कियोस्क सेंटर के संचालक शाबिर खान द्रारा दो फर्जीवाडे रुकवाए गए, जिसमें एक पढने वाले विद्यार्थी के पास एक फर्जी लिंक आई जिस लिंक में अश्लील विडियो लिंक के माध्यम से खुल गया था जिससे उक्त छात्र से 28,000 रुपए की मांग की गई. उक्त छात्र 28,000 रुपए जमा करने कियोस्क संचालक शाबिर खान के पास पहुंचा. कियोस्क संचालक की सूझ-बूझ से उक्त छात्र को 28,000 रुपए खाते में नही डालने की समझाइश दी एवं समझाया की फर्जी लिंक पर आइंदा क्लिक न करे। जिससे उक्त छात्र का 28,000 रुपए का साइबर फ्रॉड होने से बचा. इसी प्रकार आनलाइन भैंस खरीदने के लिए एक व्यक्ति की आनलाइन भैंस खरीदी के नाम पर 65,000 रुपए की बातचीत हुई, जिसमें से 10,000 रुपए नकद डालने के लिए कहा गया. जब यह पैसे डालने के लिए कियोस्क सेंटर गया तो पुनः कियोस्क सेंटर के संचालक शाबिर खान ने फर्जी लिंक होना बताया. इस तरह उसके द्रारा 10,000 रुपए जमा नहीं किए गए व फ्रॉड होने से बचा. इसी प्रकार म.प्र. ग्रामीण बैक कियोस्क में बैठने वाले अरविन्द गुर्जर के पास एक व्यक्ति हडबडाहट में आया और बोला कि मेरे बच्चे को पुलिस ने पकड लिया है और वह पुलिस वाला आनलाइन से 28,000 रुपए में मेरे बच्चे को छोडने का बोल रहा था, जो कियोस्क संचालक अरविन्द गुर्जर ने अपनी सूझ-बूझ से उसके लडके को फोन किया गया जो लडके द्रारा बताया गया कि मैं सेफ हूं मुझे किसी ने नहीं पकडा है. अरविन्द गुर्जर की सूझ बूझ से 28,000 रुपए का फ्रॉड होने से रोका गया. इस सराहनीय कार्य के लिए थाना प्रभारी बीडी बीरा थाना सतवास द्रारा दोनो कियोस्क संचालकों को थाने पर बुलाकर माला पहनाकर सम्मानित किया व प्रशंसा की गई।
