प्रदेशवार्ता. क्या कोर्ट के आदेश को अफसर समझ नहीं पा रहे…? पहले गुना के सीएमएचओ डा. राजकुमार ऋषिश्वर कोर्ट के आदेश को समझ नहीं पाए और अब 1 अप्रैल को उन्हें हाईकोर्ट ने बुलाया हैं. पद्दोन्नति के दस्तावेज मांगने पर सीएमएचओ ने बाबूओं की याचिका की कॉपी भेज दी थी. अब जबलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी हाईकोर्ट के आदेश पर उलझ गए. सेवानिवृत्त शिक्षकों ने अवमानना याचिका दायर की है। उनका आरोप है कि डीईओ ने अदालत के आदेश को गलत तरीके से समझा और उन्हें राहत नहीं दी।
सेवानिवृत्त शिक्षकों का कहना है कि उन्हें 300 दिनों की अर्जित छुट्टी का पैसा नहीं मिला। इसलिए उन्होंने अदालत में याचिका दायर की। अदालत ने उनके पक्ष में फैसला दिया, लेकिन डीईओ जबलपुर ने अदालत के आदेश को अपने हिसाब से समझा। उन्होंने शिक्षकों को पैसे देने का आदेश नहीं दिया। इससे नाराज होकर शिक्षकों ने अधिकारी के खिलाफ अदालत की अवमानना का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि डीईओ ने कोर्ट के आदेश की ‘अपनी तरह से व्याख्या’ की, जो कि गलत है।
अब हाईकोर्ट ने डीईओ घनश्याम सोनी को व्यक्तिगत रूप से पेश होकर अपना पक्ष रखने को कहा है। कोर्ट अब इस मामले की सुनवाई करेगा और तय करेगा कि डीईओ ने कोर्ट के आदेश की अवहेलना की है या नहीं।
