प्रदेशवार्ता. गुजरात के बनासकांठा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में काम करने वाले देवास जिले के दस मजदूरों की मौत हो गई थी. भीषण विस्फोट में काम कर रहे मजदूरों के शव बुरी तरह झुलस गए. हादसे में मारे गए 10 मजदूरों में से एक ही परिवार के छह लोग संदलपुर के रहने वाले थे. इसे बदकिस्मती ही कहेंगे की ये सभी चार दिन पहले गुजरात काम करने गए थे. पता नहीं था कि मौत ऐसे रास्ते पर ले जा रही जहां से केवल शव ही घर को आएंगे. संदलपुर में सन्नाटा पसरा है. विधायक आशीष सिंह कल ही परिवार के पास पहुंच गए थे. परिवार को सांत्वना दी और इस हादसे पर दुख जताया.
हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक्स हेंडल पर लिखा-
गुजरात के बनासकांठा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में मध्यप्रदेश के श्रमिकों की असामयिक मृत्यु एवं गंभीर घायल होने का समाचार हृदयविदारक है।
हमारी सरकार मृतकों के परिजनों व घायल श्रमिकों की हरसंभव मदद को तत्पर है.
इंदौर से गुरुवार सुबह शवों को देवास के गांव संदलपुर के लिए रवाना किया जाएगा। परिवार के रिश्तेदारों ने बताया कि नेमावर में नर्मदा तट पर सभी मजदूरों का एक साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गुजरात से सभी के शव एम्बुलेंस से लाए जा रहे हैं। विस्फोट भीषण था जिसके चलते शव पहुंचने में कुछ देरी हो रही है. सभी मजदूरों के शव बुधवार रात इंदौर के एमवाय अस्पताल की मर्चुरी में रखे जाएंगे. देवास के मृत मजदूरों के शव अब गुरुवार को उनके गांव संदलपुर लाए जाएंगे।
