प्रदेशवार्ता. बेटी वाले परिवारों को समाज में अलग ही दर्जा और पहचान मिलेगी. बेटी का होना किसी रहमत से कम नहीं है, इस भाव को हरदा प्रशासन जमीन पर उतारने की तैयारी कर चुका हैं. हरदा जिला प्रशासन एक नवाचार करने जा रहा हैं, जिसमें एक या दो बेटियों वाले परिवारों को रियायत मिलेगी. इसके लिए सबसे पहले बेटियों वाले परिवार को चिन्हित किया गया हैं. हरदा में ऐसे कुल 638 परिवार चिन्हित हुए हैं जिनके एक या दो बेटी हैं. ऐसे परिवारों को निजी अस्पताल, निजी स्कूल, होटल, रेस्टोरेंट और किराना खरीदी में जिला प्रशासन रियायत दिलाएगा. ऐसे परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय समाजसेवी संस्थाओं की मद्द से हर संभव प्रोत्साहन दिया जाएगा। ये नवाचार जिले में घटते लिंगानुपात को बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा हैं. इसके लिए जिला प्रशासन रेवा शक्ति कार्यक्रम शुरू करेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग को इसके लिए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। इन परिवारों को लेकर हरदा डॉटर्स क्लब बनाया जाएगा। हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि बेटियों के प्रति समाज में सकारात्मक बदलाव लाने, लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए रेवा शक्ति कार्यक्रम शुरू करेंगे। जिसमें विभिन्न जगहों पर बेटी वाले परिवार को रियायत दिलाएंगे। इसके लिए डॉटर्स क्लब बनाया है।
कलेक्टर सिंह के अनुसार हरदा डॉटर्स क्लब के परिवारों के सदस्यों को निजी अस्पतालों में इलाज कराने, बसों में सफर करने, होटल व रेस्टोरेंट में खाने, निजी स्कूलों में बेटियों के एडमिशन के मामलों में डिस्काउंट की सुविधा दिलाई जाएगी। साथ ही बेटियों को स्टेशनरी खरीदने और किराना की दुकानों पर सामग्री खरीदी करने पर भी डिस्काउंट दिलाने की व्यवस्था जिला प्रशासन कराएगा।
