प्रदेशवार्ता. मप्र में सरपंच पद का ही सौदा हो गया था. महिला सरपंच ने बकायदा स्टाम्प पर लिखा पढी कर कुछ शर्तों के साथ अपना पद ठेकेदार के हवाले कर दिया था. मामला सामने आया तो इस पर हंगामा मच गया था. पूरे देश में पहला मामला था जब सौदेबाजी कर पद को ही ठिकाने लगा दिया गया था. मामले की गंभीरता को देख जिला प्रशासन सक्रिय हुआ और जांच के बाद महिला सरपंच को पद से हमेशा के लिए हटा दिया. पूरा मामला नीमच जिले की ग्राम पंचायत दांता का हैं. सरपंच कैलाशीबाई कच्छावा ने 500 रुपये के स्टाम्प पर ठेकेदार सुरेश गरासिया को पंचायत के सभी कार्य सौंपने का अनुबंध किया था। तब से यह मामला सुर्खियों में बना हुआ था। ग्राम पंचायत सचिव जीवन लाल पाटीदार को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने 8 फरवरी 2025 को जवाब दिया कि उन्हें इस अनुबंध की कोई जानकारी नहीं है। पंचायत के सभी कार्य कैलाशीबाई ही देख रही थीं।
