प्रदेशवार्ता. आखिरकार डाक्टर डेथ उर्फ देवेंद्र शर्मा उम्र 67 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस से बचने के लिए भेष बदला, पहचान छुपाई लेकिन ये जुगाड काम नहीं आई. 50 से ज्यादा हत्या कर चुका डाक्टर डेथ राजस्थान के दौसा में एक आश्रम का पुजारी बनकर छिपा था. उसे आश्रम से ही दिल्ली पुलिस ने पकड लिया. डाक्टर शर्मा तिहाड जेल में बंद था. 2023 में पैरोल पर बाहर आया तो फिर फरार हो गया था. डा. शर्मा का लंबा आपराधिक इतिहास है, जिसमें हत्या, अपहरण और डकैती के कम से कम 27 मामले शामिल हैं. आरोपी ने किडनी प्रत्यारोपण रैकेट भी चलाया. बीएएमएस की डिग्री वाला डा. शर्मा ने कई राज्यों में सक्रिय डाक्टरों और बिचौलियों की मदद से 125 से अधिक अवैध किडनी प्रत्यारोपण कराने की बात कबूली थी. पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच आदित्य गौतम के अनुसार शर्मा 2002 से 2004 के बीच कई टैक्सी और ट्रक ड्राइवरों की क्रूर हत्याओं के लिए तिहाड जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था, वह अगस्त 2023 में पैरोल पर बाहर आया था. डीएसपी ने कहा शर्मा और उसके साथी ड्राइवरों को फर्जी ट्रिप पर बुलाते, फिर उनकी हत्या कर देते. इसके बाद शवों को उत्तरप्रदेश के कासगंज में हजारा नहर के मगरमच्छों से भरे पानी में फेंक दिया जाता ताकि सारे सबूत मिट जाए. जिन ड्राइवर को मारते उनके वाहनों को ये ग्रे मार्केट में बेच देते.
