प्रदेशवार्ता. फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले देवास शहर में पकडाए हैं. ये एक बडा रैकेट हो सकता है, इसकी जांच अब प्रशासन कर रहा हैं. मामला गंभीर है, एक युवक की सजगता से इस फर्जीवाडे की पोल खुलकर सामने आई हैं. ये कब से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बना रहे थे…? अब तक कितनों के फर्जी जाति प्रमाण पत्र बना चुके..? ये जांच के बाद ही पता चलेगा. फिलहाल दुकान सील की गई है और लेपटॉप और सीपीयू कब्जे में लिए गए हैं.
देवास शहर में एक हजार रुपए लेकर उत्तरप्रदेश का जन्म प्रमाण पत्र बनाया जा रहा था. ये काम एमजी अस्पताल के पास स्थित गुमटी से समीर खान कर रहा था. उसे ये काम श्री महाकाल आनलाइन सर्विसेज मील रोड से मिलता था. इनकी मिलीभगत से लोगों को यूपी के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र महज 24 घंटे में मिल जाते थे. इनके काले कारनामें का खुलासा एक युवक ने किया. आशीष चौहान नाम का युवक आधार कार्ड में संशोधन कराने महाकाल आनलाइन सर्विसेज पर गया था. वहां उसने जाति प्रमाण पत्र बनाने के बारे में पूछा. यहां आशीष बैस आनलाइन का काम करता हैं. उसने एक हजार रुपए में जन्मप्रमाण पत्र बनाने की बात कही. सावन का जन्मप्रमाण पत्र तो बन गया लेकिन वो यूपी का था. युवक ने इसकी शिकायत कर दी. शिकायत मिलने पर कर्मचारी पहुंचाकर तहसीलदार ने जांच कराई तो शिकायत सही निकली. दोनों दुकानों को तहसीलदार ने सील करवा दिया हैं.
