प्रदेशवार्ता. मरीज को भर्ती रखकर बिल बढाते रहने के तो कई मामले सामने आए हैं. लेकिन पैसों के लिए मरीज को हाथ पैर बांधकर आईसीयू में रखना, व परिजन से झूठ बोलना की मरीज कौमा में है, ये अपने आप में गंभीर मामला हैं. ये गंभीर मामला मप्र के रतलाम में सामने आया हैं. मारपीट में दीनदयाल नगर निवासी बंटी निनामा घायल हो गए थे. परिजन रविवार को बंटी को शहर के मेडिकल कालेज लेकर गए, जहां से इंदौर रैफर किया गया. लेकिन इंदौर ले जाने की जगह परिजन बंटी को शहर के ही निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. इलाज शुरू हुआ और परिजन ने 40 हजार रुपए जमा भी कर दिए. तभी डाक्टर ने कहा कि मरीज कोमा में चला गया हैं. इलाज में और पैसा लगेगा. पति के कोमा में जाने की बात सुनकर घबराई पत्नी दोपहर के समय एक लाख रुपए जमा कराने के लिए लाई. पत्नी पैसा लेकर सीधे आईसीयू में पहुंची तो वहां का मंजर कुछ ओर था. पति होश में थे और आईसीयू के अंदर पांच लोगों ने पति को बांध रखा था. वो पत्नी से मिलने की बात कहते हुए चिल्ला रहा था. माजरा देख पत्नी झूठ की कहानी समझ गई और वही मदद के लिए चिल्लाने लगी. घबराकर बांधने वाले पांच लोग वहां से खिसक लिए. पति जिस हालत में था उसी में पत्नी के साथ अस्पताल के बाहर आ गया. मरीज ने सांस लेने वाली नली और कैथेटर पहना था. मरीज के साथ ही परिजन ने चिल्लाते हुए बाहर अस्पताल की पोल खोल दी. पत्नी बोली ये लोग पति को कोमा में बताकर पैसा ऐंठना चाहते थे, अगर में आईसीयू में नहीं जाती तो सच्चाई का पता नहीं चलता. ऐसे तो मेरे पति की जान भी खतरे में थी. वापस परिवार मरीज को मेडिकल कालेज लेकर गया, जहां डाक्टर बोले मरीज पूरी तरह होश में हैं श.
