प्रदेशवार्ता. एक व्यक्ति को रिश्वत देने से मना करना भारी पड गया. पत्नी की मौत के बाद पंचायत में डेथ सर्टिफिकेट बनवाने गया था लेकिन बडी मुश्किल से बने सर्टिफिकेट को घर लाकर देखा तो होश उड गए. ये सर्टिफिकेट खुद उसका ही बन चुका था. याने जिंदा आदमी को पंचायत ने कागजों पर मार दिया. शिकायत जिला प्रशासन के पास भी पहुंची.
ये पूरा मामला यूपी के हरदोई जिले के कोथावां विकासखंड के अटवा गांव का है. यहां के निवासी विश्वनाथ की पत्नी शांति देवी का निधन 19 दिसंबर 2024 को हो गया था. जिसके बाद पत्नी का डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए विश्वनाथ ग्राम पंचायत सचिव सरिता देवी के पास गए. विश्वनाथ के मुताबिक, पहले तो सरिता देवी ने डेथ सर्टिफिकेट बनाने के लिए आना-कानी की. इसके बाद उन्होंने डेथ सर्टिफिकेट जारी करने के लिए दो हजार रुपये की मांग की.
शिकायत मिलने पर डीएम मंगला प्रसाद सिंह नाराजगी जाहिर करी. कलेक्टर ने हडकाया तो जिपं अधिकारी भी एक्शन में आए और उसके बाद जिला पंचायत राज अधिकारी ने आरोपी ग्राम पंचायत सचिव सरिता देवी को निलंबित कर दिया. साथ ही उसके खिलाफ पुलिस में प्रकरण भी दर्ज कराया. गल्ती को सुधारते हुए खंड विकास अधिकारी पीड़ित विश्वनाथ के घर पहुंचे और पत्नी शांति देवी का मृत्यु प्रमाण पत्र सौंपा.
