प्रदेशवार्ता. सरकार की योजना पर घटिया काम पानी फेर देता हैं. हर जगह की कहानी यही हो गई हैं. खासकर हिंदी बेल्ट में तो निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार चरम पर हैं. कमिशन बंटते. बंटते जब काम शुरू होता है तो वो सालभर भी टिक नहीं पाता हैं.
आज गुरुवार को यूपी के सीतापुर की महमूदाबाद तहसील में आने वाली पहला ब्लाक की ग्रामसभा चुनका में पानी की टंकी ढह गई. पानी की ये टंकी महज एक साल पहले ही बनकर तैयार हुई थी. अब आरोप लग रहे है कि जल शक्ति मिशन के मातहत काम बेहद घटिया हुआ. टंकी पानी का दबाव नहीं झेल पाई और जमीन पर आ गई. गांव की हालत भी तालाब जैसी हो गई थी, पूरे गांव में पानी फैल गया. टंकी जब धडाम हुई उस वक्त वो आपनी पूरी क्षमता से भरी थी, उसमें बीस हजार लीटर पानी था. संयोग से हादसे के वक्त टंकी के नीचे और आसपास कोई नहीं था, इस कारण जनहानि नहीं हुई.
इस पानी की टंकी का निर्माण कार्य एन.सी.सी. लिमिटेड नामक कार्यदायी संस्था द्वारा कराया गया था. बताया जा रहा है कि टंकी का निर्माण करीब 531.50 लाख रुपये की लागत से हुआ था. ग्रामीणों के अनुसार, पिछले दो महीनों से गांव में इसी टंकी से जल आपूर्ति हो रही थी. अचानक हुए इस हादसे ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है टंकी का काम चल रहा था तभी अधिकारियों को अवगत करा दिया था, लेकिन गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया. ग्रामीण कहते है कि जल निगम के अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत की पोल आज खुल गई.
