प्रदेशवार्ता. सुदखोर पैसा चुकाने के बाद भी मान नहीं रहे थे. ब्याज और जुर्माना लगाकर राशि वसूल रहे थे. परेशान महिला ने आखिर में पुलिस की शरण ली. अब पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर सूदखोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया हैं. ये लोग रुपये ब्याज पर चलाकर मोटे ब्याज की वसूली करते थे. पीड़ित की संपत्ति पर कब्जा करने व जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे. आवेदिका सुगना शर्मा ने 18 फरवरी को सूदखोरी,धमकी और प्रताड़ना से संबंधित शिकायत देवास के औद्योगिक थाने पर दर्ज कराई थी. शिकायत के अनुसार उनके पुत्र आशीष शर्मा ने पंकज पाल निवासी देवास से कुछ साल पुर्व 20 लाख रुपये उधार लिए थे एवं आवेदिका के पति ने अजय खंडेलवाल से 20 लाख रुपये उधार लिए थे. उक्त राशि का समय पर भुगतान करने के बावजूद आरोपियों द्वारा अनावश्यक ब्याज और पेनल्टी जोड़कर अतिरिक्त पैसों की मांग की जा रही थी, नहीं देने पर संपत्ति पर कब्जा करने और जान से मारने की धमकी दे रहे थे. रिपोर्ट पर से थाना औद्योगिक क्षेत्र में धारा 3,4 म.प्र ऋणियो संरक्षण अधिनियम 1937 एवं 296,308(2),351(3),3(5) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया. जिस पर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल के निर्देशन में थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. टीम द्वारा आरोपी 1.पंकज पाल पिता लक्ष्मीनारायण पाल उम्र 47 वर्ष निवासी 18 मुक्ती मार्ग देवास 2.अजय खंडेलवाल पिता रमेश खंडेलवाल उम्र 49 साल निवासी गायत्री विहार जवाहर नगर देवास. 3.घनश्याम पिता नारायण चौधरी उम्र 44 साल निवासी शांतिपुरा देवास को गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे में रखी रजिस्ट्री एवं चैक जब्त किए गए.
उक्त सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र शशिकांत चौरसिया,उनि विजय सोनी,प्रआर तेजसिंह,आर नरेंद्र,अरुण की सराहनीय भूमिका रही.
