प्रदेशवार्ता. बिजली कंपनी का कार्यपालन यंत्री करोडपति निकला. अधिकारी के घर पर ईओडब्ल्यू की 15 सदस्यी टीम ने दबिश दी तो दौलत बाहर निकल आई. टीम ने संपत्तियों, बैंक खातों और दस्तावेजों की गहन जांच की. ईओडब्ल्यू को शिकायत मिली थी कि कार्यपालन यंत्री ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर रखी हैं.
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) जबलपुर ने शिकायत के बाद शनिवार को विद्युत वितरण कंपनी के कटनी शहर संभागीय कार्यालय में पदस्थ कार्यपालन यंत्री उमाशंकर पाराशर के नरसिंहपुर स्थित आवास पर छापा मारा। टीम में 15 लोग शामिल थे. जांच में पाराशर के पास लगभग 5.50 करोड़ की संपत्ति मिली है। इस संपत्ति में दो आलीशान मकान, पांच कारें, 18.17 लाख के सोने-चांदी के जेवरात समेत लगभग 39 लाख का सामान पाया गया।
ईओडब्ल्यू को नौ बैंक खातों की भी जानकारी मिली हैं. आरोपित के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया हैं. डीएसपी एबी सिंह के मुताबिक इंजीनियर की पत्नी के नाम पर निवारी गांव में बायो केमिकल फैक्ट्री और बीनेर गांव में मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट का पता चला है। इन प्लांटों की वैधता और निवेश स्रोतों का पता लगाया जा रहा है।
